जल निगम डिप्लोमा इंजीनियरों ने किया विरोध प्रदर्शन
जल निगम में निरंतर बढ़ते आर्थिक घाटा लगभग हजार करोड़ का होने के कारण जल निगम को पूर्व की तरह से राजकीय विभाग बनाने की मांग लंबित पड़ी है।
![](data:image/svg+xml,%3csvg%20xmlns=%27http://www.w3.org/2000/svg%27%20version=%271.1%27%20width=%27400%27%20height=%27266%27/%3e)
![jal nigam workers on strike](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fcms.patrika.com%2Fwp-content%2Fuploads%2F2016%2F06%2F28%2Fworks-strike-1467124441.jpeg%3Ffit%3Dcover%2Cgravity%3Dauto%2Cquality%3D75&w=828&q=75)
jal nigam workers on strike
लखनऊ। जल निगम में निरंतर बढ़ते आर्थिक घाटा लगभग हजार करोड़ का होने के कारण जल निगम को पूर्व की तरह से राजकीय विभाग बनाने, तीन माह से लंबित वेतन का भुगतान न होने, सेवा निवृत्त कर्मियों को नकदीकरण, ग्रेच्युटी व जीपीएफका भुगतान न किये जाने, मंहगाई भत्ते की तीन किश्तें कुल 17 प्रतिशत का भुगतान न करने, पांच प्रतिशत कोटे में अन्य संवर्गों में कार्यरत डिप्लोमाधारी कर्मियों की अन्य मांगेें लंबित पड़ी है। जिससे कर्मचारियों ने बताया कि उनकी मांगों को शासन प्रशासन की ओर से पूरा नहीं किया जा रहा है। इससे कर्मचारियों में असंतोष की भावना व्याप्त है। डिप्लोमा इंजीनियर संगठन उप्र जल निगम के महामंत्री गौरी शंकर सिंह कुशवाहा ने बताया कि उनकी मांगों को यदि जल्द ही पूरा नहीं किया गया तो वे उग्र आन्दोलन करने को मजबूर होंगे।
संगठन कर्मचारियों ने शासन से जल निगम को राजकीय विभाग बनाने के लिए मुख्य रूप से मांग की है। जिससे कर्मचारियों को सरकार की ओर से समान रूप से उपलब्ध सुविधाओं का लाभ मिल सके। इस मौके पर संगठन के अध्यक्ष आरपी गुप्ता, संरक्षक एम के भट्टड्ढ, एसपी मिश्रा, मुकेश कुमार शर्मा, वीके बाजपेयी, सलाहकार शंकर लाल वाधवा, विक्रम सिंह बालियान, पीएस वर्मा, वरिष्ठड्ढ उपाध्यक्ष केके पटेल, उपाध्यक्ष एके शर्मा, एवं गिरीश कुमार महामंत्री गौरीशंकर सिंह कुशवाहा, उपमहामंत्री ओएन बाजपेयी, आरपी यादव तथा अन्य केन्द्रीय पदाधिकारियों के साथ अन्य लोग मौजूद रहे।
Hindi News / Lucknow / जल निगम डिप्लोमा इंजीनियरों ने किया विरोध प्रदर्शन