लगातार मेडिकल इंश्योरेंस की मांग यूपी में सरकारी टीचर लगातार मेडिकल इंश्योरेंस की मांग कर रहे थे। तो योगी सरकार ने इस मांग को पूरा करने के लिए एक रास्ता निकला। सरकार जब बड़े समूह में इंश्योरेंस लेगी तो बाजार के मुकाबले इसका प्रीमियम काफी कम आएगा। क्लेम को लेकर होने वाले विवादों में विभाग अपने कर्मचारियों के पक्ष में निपटारा कराने में मदद करेगा। सरकारी हस्तक्षेप होने की वजह से इंश्योरेंस कम्पनियां मनमानी नहीं कर पाएंगी।
यह भी पढ़ें – Schools Reopen : गर्मी की छुट्टियां खत्म, एक जुलाई से खुले सभी स्कूल और कालेज तकनीकी-फाइनेंशियल बिड अंतिम चरण में इसकी तकनीकी बिड खोली जा चुकी है और फाइनेंशियल बिड भी अंतिम चरण में है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसे 100 दिन की योजना में शामिल किया था पर अभी तक इस पर अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है कि किस कम्पनी को इंश्योरेंस का जिम्मा दिया जाएगा। जल्द ही यह कार्य पूरा हो जाएगा।
यह भी पढ़ें – यूपी की स्कूली लड़कियां सिगरेट पीने में लड़कों से आगे यूपी के सरकारी स्कूलों में कुल संख्या प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 3 लाख 67 हजार सहायक अध्यापक हैं। इसके अलावा 70 हजार 466 प्रधानाध्यापक हैं। संविदा पर 1 लाख 41 हजार 201 शिक्षामित्र और 23 हजार 363 अनुदेशक हैं। इन सभी को इसका लाभ मिलेगा।