ये भी पढ़ें- यूपी में फिल्म सिटीः सीएम योगी बॉलीवुड दिग्गजों व उद्योगपतियों से करेंगे मुलाकात, लाएंगे निवेश कई सुचारू गैर जरूरी पदों की वजह से नगर निकायों के स्तर पर विभिन्न संवर्ग के पदों पर संविदा, आउटसोर्सिंग व दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी नाराज है। यह कई वर्षों से बिना पद के काम कर रहे हैं, उन्हें नियमित नहीं किया जा रहा है। इसके खिलाफ कर्मचारी संगठन लगातार सरकार पर दबाव भी बना रहे हैं। इसलिए अब नगर निकायों में अनावश्यक पदों को समाप्त कर नये सिरे से पदों को सृजित किया जाएगा व इन्हें नियमित किया जाएगा। नगर निकायों में कई पदों को 1970 के दशक में सृजित किया गया था, जो अब खाली हैं। नगर निकायों में भिश्ती समेत कई पद आज भी विद्यमान है। इन पर एक भी कर्मचारी तैनात नहीं है।