राजधानी के आशियाना इलाके में सीएमएस सभागार में हुई समन्वय बैठक में सरकार के काम की समीक्षा की गई। बैठक में संघ, संगठन और सरकार के कामकाज को लेकर चर्चा हुई, साथ ही सूबे में संघ की भूमिका पर भी बात हुई। यूपी में कोरोना महामारी के प्रबंधन और पार्टी के आगामी कार्यक्रमों पर भी मंथन किया गया। चर्चा पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की नाराजगी दूर करने पर भी हुई। बैठक में सरकार और संगठन को आपसी तालमेल बनाकर विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटने के निर्देश दिए गए हैं। संघ की इस बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा, बीजेपी के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी शामिल हुए। सह सरकार्यवाह अरुण कुमार को बीजेपी में समन्वय की जिम्मेदारी मिलने के बाद बीजेपी और संघ की यह पहली बैठक थी। हर छह महीने में यह बैठक होती है। इसमें सभी संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष व संगठन मंत्री शामिल होते रहे हैं।
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सलाह- मतभेद भूलकर चुनावी तैयारियों में जुटें
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भाजपा की कोर कमेटी के सामने साफ कर दिया है कि 2022 में यूपी में भाजपा को हर हाल में सरकार बनानी है। इसके लिए जरूरी है कि आंतरिक कलह को भूल कर एक साथ चुनावी अभियान में जुट जाएं। क्योंकि, अब वक्त शिकवा-शिकायतों का नहीं है। आपसी मतभेद भुलाकर जनता तक सरकार की उपलब्धियों को बतायें। जनता को यह भी समझाया जाए कि सरकार ने अपने संकल्प पत्र के अधिकतर वादों को पूरा किया है, दोबारा मौका मिलता हौ तो अधूरे काम भी पूरा कर दिए जाएंगे।
गुरु पूर्णिमा पर बीजेपी का गुरु दक्षिणा कार्यक्रम
संघ ने 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर गुरु दक्षिणा कार्यक्रम चलाने पर जोर दिया है। तय हुआ है कि इस बार गुरु पूर्णिमा के अवसर पर बूथ स्तर तक बीजेपी साधु-संतों, पुरोहित और पुजारियों को सम्मानित करेगी। इसमें पार्टी के नेता-कार्यकर्ता शामिल होंगे। इस अभियान से गांव के पुरोहित, छोटे बड़े मंदिर के पुजारी समेत साधु-संतों को सम्मानित किया जाएगा।
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