वहीं जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी और विजय मिश्रा के इलाकों मऊ सदर और ज्ञानपुर विधानसभा क्षेत्रों को भी “संवेदनशील” घोषित किया गया है। इसी के साथ ही जेल में बंद पूर्व विधायक अतीक अहमद के गढ़ माने जाने वाले इलाहाबाद (पश्चिम) को भी पुलिस ने संवेदनशील घोषित कर दिया है।
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2017 की 32 “संवदेनशील” सीटें इस बार भी सूची में 2017 के विधानसभा चुनाव की “संवेदनशील” सीटों की सूची में शामिल 32 विधानसभा क्षेत्र इस बार भी इस सूची में हैं। जबकि जौनपुर जिले में मरियाहू और शाहगंज, गाजियाबाद में लोनी, प्रयागराज में इलाहाबाद उत्तर, संभल में गुन्नौर और औरैया में दिबियापुर की सीटें इस बार इस सूची में शामिल नहीं हैं। “संवेदनशील” सीट घोषित करने के मानदंड “संवेदनशील’ सीटों का चयन करने के लिए अलग-अलग मानदंड हैं। इनमें जाति की स्थिति, पिछली कानून-व्यवस्था का इतिहास और चुनाव लड़ने वाले लोग शामिल हैं।
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प्रयागराज में सबसे अधिक संवेदनशील सीटें वर्तमान सूची में, प्रयागराज जिले में सबसे अधिक “संवेदनशील” सीटें हैं – इसके 12 निर्वाचन क्षेत्रों में से आठ – इसके बाद बलिया में पांच हैं। बागपत, सहारनपुर, सिद्धार्थ नगर, बहराइच, जौनपुर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ जिलों के तीन-तीन निर्वाचन क्षेत्रों को भी “संवेदनशील” घोषित किया गया है।