लखनऊ मंडल का पारा 11 डिग्री तो अयोध्या तीन डिग्री सेल्सियस, मौसम विभाग का अलर्ट जारी
31 जनवरी को डीजीपी विजय कुमार और डीजी मानवाधिकार एसके माथुर सेवानिवृत्त हो जाएंगे। विजय कुमार विजिलेंस के डीजी भी हैं, लिहाजा उनके सेवानिवृत्त होने के बाद विजिलेंस को भी नया मुखिया मिलेगा। वहीं एडीजी कानून-व्यवस्था के पद पर भी नये अफसर की तैनाती होनी है। चुनाव आयोग के निर्देश के मुताबिक तीन साल से एक ही स्थान पर तैनात अधिकारियों को हटाया जाना है, जिसकी वजह से शीर्ष पदों पर तैनात कई आईपीएस अधिकारियों का तबादला होना तय माना जा रहा है।राजभर का टूटा मंच, बाल -बाल बचे, लगी चोट, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार ने संघ लोक सेवा आयोग को पूर्णकालिक डीजीपी के चयन का प्रस्ताव नहीं भेजा है, जिसकी वजह से एक बार फिर कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने के आसार हैं। सरकार अपने पसंदीदा अफसर को कार्यवाहक डीजीपी बना सकती है, जिसके नेतृत्व में लोकसभा चुनाव संपन्न होगा। इस समीकरण में वरिष्ठता सूची में 19वें स्थान पर आने वाले डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का पलड़ा भारी माना जा रहा है। हालांकि मुकुल गोयल के बाद आनंद कुमार सबसे वरिष्ठ होने की वजह से दावेदार माने जा रहे हैं।
वरिष्ठता को मिली थी प्राथमिकता राज्य सरकार ने तीनों कार्यवाहक डीजीपी बनाने में वरिष्ठता को प्राथमिकता दी थी। आनंद कुमार के बाद वरिष्ठता सूची में शफी एहसान रिजवी, आदित्य मिश्रा, पीवी रामाशास्त्री, दलजीत सिंह चौधरी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं, जिनके वापसी के आसार नहीं दिख रहे। वहीं डीजी आशीष गुप्ता नियम एवं ग्रंथ, संदीप सालुंके मानवाधिकार और विजय कुमार मौर्या होमगार्ड में तैनात हैं।