लखनऊ

जहरीली शराब कांड से यूपी में हाहाकर, डीजीपी व मुख्य सचिव ने जारी किए यह बड़े निर्देश, दिखा बड़ा असर

जहरीली शराब कांड से उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड सरकार, पुलिस व आबकारी विभाग में हड़कंप मच हुआ है।

लखनऊFeb 09, 2019 / 04:48 pm

Abhishek Gupta

Anoop Chandra UP DGP

लखनऊ. जहरीली शराब कांड से उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड सरकार, पुलिस व आबकारी विभाग में हड़कंप मच हुआ है। इनमें सबसे ज्यादा यूपी में लोगों की मौत दर्ज की गई है। जहरीली शराब पीने से शुक्रवार को सहारनपुर (24) व कुशीनगर (10) में 34 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन शनिवार को यह आंकड़ा बढ़कर 58 हो गया। वहीं उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में 17 लोगों की मौत की जानकारी है। दोनों राज्यों में मिलाकर 75 लोगों की मौत हो चुकी है। यूपी में मामले को लेकर शुक्रवार को ही सीएम योगी ने मुआवजे का ऐलान कर दिया था, तो वहीं देर शाम मुख्य सचिव व यूपी डीजीपी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलाधिकारियों व पुलिस कप्तानों को अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए थे जिसका असर शनिवार सुबह से ही देखने को मिल रहा है।
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डीएम ने दिया बयान-

सहारनपुर जिलाधिकारी अलोक पांडे ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि अब तक इस मामले में 46 लोगों का पोस्टमॉर्टम किया जा चुका है जिसमें डॉक्टर्स द्वारा 36 लोगों की मौत शराब की होने की पुष्टि की गई है। बाकी मृतकों की भी जांच की जा रही है। वहीं मेरठ में मरने वाले 18 लोग सहारनपुर से लाए गए थे, जिनकी इलाज के दौरान मौत हुई है। वहीं 30 से ज्यादा लोगों का इलाज मेरठ के मेडिकल अस्पताल में चल रहा है। इनमें कई लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं कुशीनगर मेें 11 व बरेली में एक की मौत हुई है। कुल मिलाकर खबर लिखे जाने तक यूपी में 58 लोगों की मौत हो चुकी है।
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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्य सचिव व डीजीपी ने दिए गए निर्देश-
मामले पर शुक्रवार देर शाम यूपी के मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय व बाद में यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए निर्देश दिए कि जहरीली शराब के मामले में पूरे जिले में छापेमारी व खोजबीन की जाए। इसके अंतर्गत अगले 15 दिनों तक अवैध शराब के धंधे में लिप्त लोगों की धरपकड़ के साथ-साथ अवैध शराब की भट्टियों पर छापेमारी की जाएगी। सरकार की तरफ से यह भी साफ किया हैं कि जिस जिले में लापरवाही होगी वहां के पुलिस कप्तान और जिलाधिकारी को भी इसका खामियाजा भुगतना होगा। कार्रवाई के बाद बड़े अफसरों की भी आफत आ सकती है।
बांदा में पकड़ी गई अवैध शराब-

मुख्य सचिव व डीजीपी के निर्देश के बाद बांदा प्रशासन हरकत में आया और शनिवार सुबह से ही जिला प्रशासन, आबकारी विभाग और पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू करते हुए कई शराब माफियाओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। छापेमार की कार्रवाई में अब तक 65 लीटर देशी अवैध शराब, कई सैकड़ा अवैध पैक्ड शराब समेत 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है । इसके अलावा होटल, ढाबों, हाईवे, अवैध शराब के ठिकानों, नदी किनारों समेत जिले की सीमाओं पर चेकिंग अभियान जारी है। इसी तरह अन्य जिला प्रशासन ने कार्रवाई में तेजी ला दी है।
सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश-

सीएम योगी ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही यूपी में मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख वहीं जहरीली शराब से बीमार हुए प्रत्येक व्यक्ति को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की गई है। हालांकि वाराणसी पहुंचे सीएम योगी ने इस मामले में चुप्पी साधना ही बेहतर समझा। इस मामले में पुलिस और आबकारी के चार इंस्पेक्टरों समेत 23 को निलंबित कर दिया गया है।
अखिलेश यादव ने साधा निशाना-

सीएम योगी भले ही चुप्पी साध लें, लेकिन विपक्ष इस मामले को लेकर उनपर जमकर हमला कर रहा है। समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा लोगों को शराब पीने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, क्योंकि इससे गाय के नाम पर उपकर मिलेगा। लोग जानकारी के अभाव में इस तरह की शराब पी रहे हैं। उनके लगता है कि इससे गाय की रक्षा होगी।

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