ये भी पढ़ें- कोरोना नियंत्रण का यूपी मॉडल सफल, सीएम योगी के ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट का दिख रहा असर अब तक इतना हुआ टीकाकरण-
प्रदेश में अब तक चार करोड़ 38,22,201 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें से तीन करोड़ 67,18,096 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज, तो 71,04,105 लोगों को दूसरी डोज दी गई है। यूपी में सीएम के निर्देश पर अग्रेसिव टेस्टिंग, माइक्रो कंटेनमेंट जोन, गांवों में निगरानी समितियों के माइक्रो मैनेजमेंट व ट्रीटमेंट के जरिए कोरोना को नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रदेश में अब तक चार करोड़ 38,22,201 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें से तीन करोड़ 67,18,096 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज, तो 71,04,105 लोगों को दूसरी डोज दी गई है। यूपी में सीएम के निर्देश पर अग्रेसिव टेस्टिंग, माइक्रो कंटेनमेंट जोन, गांवों में निगरानी समितियों के माइक्रो मैनेजमेंट व ट्रीटमेंट के जरिए कोरोना को नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
एक दिन में मिले 42 नए मरीज-
बीते दिन 2,55,147 लोगों की कोरोना जांच की गई, जिसमें 42 लोग पॉजिटिव मिले। 99 मरीज स्वस्थ्य हुए। यूपी में पॉजिटिविटी दर भी घटकर 2.67 फीसदी पहुंच गया है। किसी भी जिले में डबल डिजिट में कोरोना के नए मामले सामने नहीं आ रहे। साथ ही यूपी के आठ जिले कोरोना मुक्त हो चुके हैं। इनमें बलरामपुर, अलीगढ़, एटा, बस्ती, हाथरस, फतेहपुर, श्रावस्ती और महोबा शामिल हैं। केस में कमी होने के बावजूद टेस्टिंग में कोई कमी नहीं की जा रही है। अब तक 6.4 करोड़ से ज्यादा कोविड जांच की जा चुकी है, जो पूरे देश में सर्वाधिक है।
बीते दिन 2,55,147 लोगों की कोरोना जांच की गई, जिसमें 42 लोग पॉजिटिव मिले। 99 मरीज स्वस्थ्य हुए। यूपी में पॉजिटिविटी दर भी घटकर 2.67 फीसदी पहुंच गया है। किसी भी जिले में डबल डिजिट में कोरोना के नए मामले सामने नहीं आ रहे। साथ ही यूपी के आठ जिले कोरोना मुक्त हो चुके हैं। इनमें बलरामपुर, अलीगढ़, एटा, बस्ती, हाथरस, फतेहपुर, श्रावस्ती और महोबा शामिल हैं। केस में कमी होने के बावजूद टेस्टिंग में कोई कमी नहीं की जा रही है। अब तक 6.4 करोड़ से ज्यादा कोविड जांच की जा चुकी है, जो पूरे देश में सर्वाधिक है।
ये भी पढ़ें- 11 राज्यों से आने वाले यात्रियों की यूपी में एंट्री पर सख्ती, दिखाना होगा वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट या कोविड जांच रिपोर्ट डेल्टा प्लास वैरियंट के केस भी नहीं आ रहे सामने-
कुछ दिनों पहले कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के मरीज मिले से यूपी के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था। लेकिन अब इससे जुड़े एक भी मामले सामने नहीं आ रहे। लखनऊ के केजीएमयू व बनारस के बीएचयू के इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज में 211 सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई। इसमें से किसी में भी कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट नहीं मिला है, जिससे सभी ने राहत की सांस ली है। इससे पहले जुलाई के पहले सप्ताह में डेल्टा प्लस के वैरिएंट दो मरीज मिले थे, जिनमें से एक की मौत भी हो गई थी। वहीं एक कप्पा वैरिएंट केस भी सामने आया था।