ये भी पढ़ें- अब मिले कोरोना मरीज तो 60 मकानों का इलाका रहेगा 14 दिनों तक सील, प्रवेश के लिए लगेगा टोकन, देखें सभी नए नियम इनमें लखनऊ में ही सर्वाधिक केस देखने को मिल रहे हैं। इसके मद्देनजर यूपी सरकार ने जहां नए नियम लागू कर दिए हैं, तो वहीं जिला स्तर पर भी कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। राजधानी लखनऊ में जगह-जगह पुलिस तैनाती कर लोगों की मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है। जिसका व्यापक असर भी देखने को मिल रही है। स्कूल फिलहाल 11 अप्रैल तक बंद है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी कोरोना को देखते हुए जिला अदालतों, अधिकरणों और अपने अधीन काम करने वाले सभी न्यायालयों के लिए नई गाइड लाइन जारी की। इसमें वकीलों, जजों को ड्रेस कोड से छूट दी गई है। ऑनलाइन सुनवाई पर भी जोर दिया गया है।
यूं बढ़ा संक्रमण-
उत्तर प्रदेश में किस कदर कोरोना खतरनाक रूप ले रहा है, इसका अंदाजा प्रतिदिन आ रहे मामलों से समझा जा सकता है। पहली अप्रैल को एकाएक 2600 नये कोरोना मामले मिलने से स्वास्थ्य विभाग के होश उड़ गए। इससे पहले 31 मार्च को केवल 1230 कोरोना संक्रमित हुए थे। फिर दो अप्रेल को कुल 2967 नए पॉजिटिव मामले। 3 अप्रेल यूपी में कोरोना के रिकार्ड 3290 मामले सामने आए। 4 अप्रेल उत्तर प्रदेश में 4164 मामले आए। 5 अप्रेल को 3,999 नए केस देखने को मिले। छह अप्रैल को 5928 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। अब तक संक्रमण से 8,923 लोगों की हुई मौत। इस समय प्रदेश में कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या 27,509 पहुंच गई हैं।
ये भी पढ़ें- लॉकडाउन में भी स्कूल फीस वसूलने को लेकर कोर्ट में याचिका दाखिल, स्कूलों पर लगे यह आरोप लखनऊ में सर्वाधिक 7,143 मरीज-कोरोना से सबसे प्रभावित जिला लखनऊ ही है। यहां सोमवार को 1133 मरीज पॉजिटिव पाए गए। पांच की मौत हो गई। रविवार को 1129 मरीज संक्रमित हुए, जबकि छह की मौत हुई थी। एक अप्रैल से अब तक पांच दिन में कोरोना से 30 मौतें हो चुकी हैं, जबकि 5178 लोग संक्रमित हो चुके हैं। लखनऊ में सक्रिय मरीजों की संख्या तेजी से बढ़कर 7,143 पर पहुंच गई है।
सीएम ने जारी किए आदेश- मुख्यमंत्री ने मंगलवार को बैठक कर लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर नगर, वाराणसी, आगरा, मेरठ, गाजियाबाद, गोरखपुर, सहारनपुर, बरेली, झांसी और गौतमबुद्ध नगर में विशेष अलर्ट जारी किया है। उन्होंने कहा कि यहां उपचार के लिए व्यवस्था मजबूत की जाए। इन जिलों में विशेष सचिव स्तर के अधिकारी भेजे जाएं। साथ ही जरूरत के अनुसार विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित अतिरिक्त चिकित्सा कर्मियों की तैनाती भी की जाए। उन्होंने कहा कि लक्षित आयु वर्ग के अधिक से अधिक लोगों को कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाए। सीएम ने निर्देश दिए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए। सार्वजनिक एवं मांगलिक कार्यक्रमों के लिए खुले स्थान पर 200 से अधिक तथा बन्द स्थान पर 100 से अधिक लोग एकत्र न हों।