लखनऊ. लखनऊ में लामार्टीनियर ब्वॉयज कॉलेज (la martiniere boys college) में स्टॉफ के छह सदस्य व प्रयागराज के दो स्कूलों में स्टॉफ के 13 लोगों की कोरोना (Corona Positive) रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संगम नगरी में मंगलवार को प्रयागराज के बिशप जॉनसन स्कूल (Bishop Johnson) में 9 व सेंट जोसेफ स्कूल में 4 कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। इनमें अधिकतर शिक्षक व कर्मचारी है। सेंट जोसेफ के प्रधानाचार्य व वाइस प्रिंसिपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद से सरकार का पूरा ध्यान स्कूल-कॉलेजों में रैंडम सैम्पलिंग और फोकस टेस्टिंग पर केंद्रित हो गया है। फोकस टेस्टिंग के तहत 15 दिन तक अभियान चलाया जाएगा जिसमें स्कूल-कॉलेजों में ज्यादा से ज्यादा सैंपल लिए जाएंगे। 15 दिन के बाद इस अभियान को आगे भी बढ़ाया जा सकता है। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए अभियान को और तेज किया जाएगा।
ये भी पढ़ें- फरवरी में जोरदार गर्मी, लेकिन सावधान! लौटेगी ठंड, पूर्वानुमान जारी, होगी बारिश मार्च 2020 जैसी सख्ती करने के निर्देशः अमित मोहन महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ समेच अन्य राज्यों में बढ़ रहे कोरोना के नए मामलों को देख यूपी सरकार ने प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने इससे मद्देनजर मार्च 2020 जैसी सख्ती करने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह मार्च 2020 में संक्रमण फैलने पर बचाव के उपाय व सख्ती की गई थी, वैसे ही कठोर कदम फिर से उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से आ रहे यात्रियों को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन करने के नियम का सख्ती से पालन किया जाए।
ये भी पढ़ें- उन्नावः सुप्रीम कोर्ट ने लगाया मेडिकल कॉलेज पर पांच करोड़ रुपए का जु्र्माना “नए स्ट्रेन के लिए सैंपल जांच केजीएमयू में”-
अमित मोहन ने बताया कि नए स्ट्रेन का पता लगाने के लिए लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में सैंपल भेजे जाएंगे। केजीएमयू की माइक्रोबॉयोलॉजी लैब इसके लिए पूरी तरह तैयारी है। वहीं जरूरत पड़ने पर इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बॉयोलॉजी (आइजीआइबी) को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे जाएंगे। लोग मास्क जरूर पहले, इसके लिए उन्हें जागरूक करने के साथ सख्ती भी बरती जाएगी।
अमित मोहन ने बताया कि नए स्ट्रेन का पता लगाने के लिए लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में सैंपल भेजे जाएंगे। केजीएमयू की माइक्रोबॉयोलॉजी लैब इसके लिए पूरी तरह तैयारी है। वहीं जरूरत पड़ने पर इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बॉयोलॉजी (आइजीआइबी) को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे जाएंगे। लोग मास्क जरूर पहले, इसके लिए उन्हें जागरूक करने के साथ सख्ती भी बरती जाएगी।