ये भी पढ़ें- सरकारी दफ्तर में हर शाम छलक रहे जाम, अधिकारियों ने बनाया पार्टी का अड्डा, वीडियो वायरल अक्टूबर माह की बात करें, तो प्रतिदिन औसतन करीब 2500 मामले सामने आ रहे हैं। यूपी में कुल संक्रमितों की संख्या साढ़े चार लाख के पार हो गई है। इनमें 4,11,611 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। विशेषज्ञों की मानें तो सर्दियों में सांस छोड़ने, खांसने या छींकने के दौरान मुंह या नाक से निकलीं बूंदों के सीधे संपर्क में आने से संक्रमण फैल सकता है। गर्मियों के मौसम में कोरोना ने देशभर कई लोगों की जान ली। यूपी में भी 6629 लोगों ने इससे जान गंवाई। गर्मी के मौसम में संक्रमण फैलने का एक बड़ा कारण संक्रमित छोटे एयरोसोल कणों (हवा में मौजूद ठोस या वाष्प कण) के संपर्क में आना है।
ये भी पढ़ें- पुलिस की मौजूदगी में खुली पंचायत में युवक पर बरसाई गोलियां, हुई मौत, एसडीएम व सीओ निलंबित एक अध्ययन के अनुसार ऐसी स्थिति में कोरोना से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क ही सबसे कारगर हथियार है। अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया (यूसी) सांता बारबरा की अनुसंधानकर्ता एवं अध्ययन की सह-लेखिका यानयिंग झु ने भई इसको लकेर कहा है सीडीसी ने छह फुट की सामाजिक दूरी बनाए रखने की सिफारिश की है, लेकिन हमने पाया कि अधिकतर स्थितियों में सांस से निकलीं बूंदें छह फुट से अधिक दूरी तक भी जाती हैं।