लखनऊ

हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ रही भाजपा, आम चुनाव की तर्ज पर ही उपचुनाव में फतेह की तैयारी

– अयोध्या, वाराणसी, मथुरा और वृंदावन के लिए Yogi Adityanath सरकार की खास योजना- हेलीकॉप्टर से सावन मेले की निगरानी करेंगे कमांडो, ड्रोन कैमरों से रखेंगे Kanwad Yatra पर नजर- Mudiya Purnima Mela में गिरिराज गोवर्धन की हेलिकॉप्टर से परिक्रमा कर सकेंगे श्रद्धालु- वाराणसी में पांच क्विंटल फूल-माला से सजेगा बाबा विश्वनाथ का दरबार

लखनऊJul 13, 2019 / 03:18 pm

Hariom Dwivedi

हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ रही भाजपा, आम चुनाव की तर्ज पर ही उपचुनाव में फतेह की तैयारी

लखनऊ. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2019) में जीत से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी (BJP) हिंदुत्व के एजेंडे को धार देने में जुटी है। योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार का पूरा फोकस धार्मिक स्थानों पर है। रामनगरी में दीपोत्सव के बाद अब योगी सरकार (UP Government) कृष्णनगरी मथुरा में भव्य श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाने जा रही है। वृंदावन क्षेत्र में 400 एकड़ जमीन पर वन क्षेत्र विकसित करने की भी तैयारी है। बाबा विश्वनाथ की नगरी के लिए भी सरकार की खास योजना है। सावन के हर सोमवार को बाबा विश्वनाथ का दरबार पांच क्विंटल फूल-मालाओं से सजाया जाएगा। कांवड़ यात्रा को लेकर भी सरकार की खास तैयारी है। इस दौरान शिवभक्तों की सुरक्षा, सुविधा और सम्मान के लिए भी सरकार ने कई कदम उठाये हैं। इनमें हेलिकॉप्टर और ड्रोन कैमरों से निगरानी करना और पुष्प वर्षा करना आदि शामिल है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही ‘सबका साथ-सबका विकास’ की तर्ज पर काम करने की बात कह रहे हैं, लेकिन सरकार हिंदुत्व की की छवि को बरकरार रखना चाहती है। जानकारों का कहना है कि लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी को हिंदुत्व की छवि का लाभ मिला, जिसके चलते सपा-बसपा गठबंधन के बावजूद उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सबसे ज्यादा सीटें जीतने में सफल रही। अब यूपी विधानसभा उपचुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी हिंदुत्व के फॉर्मूले पर ही आगे बढ़ रही है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विधायकों के सांसद बनने के बाद 12 विधानसभा सीटें खाली हुई हैं, जिन पर उपचुनाव (UP Vidhansabha upchnav 2019) होना है।
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धूमधाम से मनाई जाएगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
रामनगरी में दीपोत्सव के बाद अब योगी सरकार कृष्णनगरी मथुरा में भव्य श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाने जा रही है। इसके लिए मंदिरों, घरों और सड़कों सहित पूरे मथुरा में रोशनी के लिए रंगीन एलईडी लाइट लगाई जाएंगी। अयोध्या के दीपोत्सव, काशी की देव-दीपावली, विंध्याचल की नवरात्रि और पुरी की जगन्नाथ यात्रा की तर्ज पर आयोजन की तैयारी है। सरकार का कहना है कि त्यौहारों को भव्य तरीके से मनाने से देश-दुनिया के पर्यटक यहां खिंचे चले आएंगे, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इतना ही नहीं स्थानीय स्तर पर लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा।
हेलिकॉप्टर से गोवर्धन की परिक्रमा
मथुरा के गोवर्धन धाम में मुड़िया पूर्णिमा मेले में श्रद्धालुओं को हेलिकॉप्टर से गिरिराज गोवर्धन की परिक्रमा करने की सुविधा मिलेगी। 13 जुलाई से शुरू होने वाले मुड़िया पूर्णिमा मेल के दौरान उन श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी जो 21 कोसीय परिक्रमा करने में खुद को असहज मसूसर करते हैं। परिक्रमा के बदले यूपी राज्य पर्यटन निगमश्रद्धालुओं से तीन हजार रुपए प्रति यात्री किराया लेगा। गौरतलब है कि गोवर्धन पर्वत की 21 कोसी परिक्रमा हेलिकॉप्टर से कराने का ट्रायल पर्यटन निगम ने 2017 में किया था। इस साल से हवाई परिक्रमा सुविधा शुरू कर दी गई है।
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Yogi Adityanath
वृंदावन में बनेगा सौभरि वन क्षेत्र
राज्य सरकर भगवान कृष्ण की लीला स्थली वृंदावन में 400 एकड़ में वन क्षेत्र करने जा रही है। पौधरोपण व वन तैयार करने की जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई है। प्रतिपूर्ति वनीकरण योजना के तहत पीडब्ल्यूडी ने 17.46 करोड़ रुपये दिये हैं। यह क्षेत्र ऋषि सौभरि के आश्रमस्थल के इर्द-गिर्द है, इसलिए इसका नाम उन्हीं के नाम (सौभरि वन क्षेत्र) पर करने का फैसला लिया गया है। पौराणिक मान्यताओं को ध्यान में रखकर विकसित हो रहे इस क्षेत्र में कदंब, पाकड़, बरगद, गूलर, नीम, जामुन, अमलतास, शीशम, बेल, आम, बेर, सहजन और सुबबुल के पौधे लगाये जाएंगे। वन क्षेत्र में बंदरों को भोजन मुहैया कराने के लिए फलदार पौधे लगाये जा रहे हैं। द्वापर युग में वृंदावन के इस वन में श्रीकृष्ण ग्वालों के साथ गाय चराने जाते थे। पुराणों में इसे बारह वन कहा गया है। श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं को याद करने के लिए सौभरि वन को उसी संकल्पना के आधार पर विकसित करने की तैयारी है।
पांच क्विंटल फूल-माला से सजेगा बाबा दरबार
सावन महीने के हर सोमवार को पांच क्विंटल फूल-माला से काशी विश्वनाथ का दरबार भव्य तरीके से सजाया जाएगा। सजावट में बेला, गुलाब और गेंदा के फूलों के साथ ही अशोक की पत्तियों का इस्तेमाल किया जाएगा। बैरिकेडिंग से लेकर मंदिर के अंदर तक रेड कारपेट बिछाई जाएगी, ताकि भक्तों का पैर न जले। 17 जुलाई से शुरू हो रहे सावन महीने में प्रथम सोमवार 22 जुलाई, दूसरा 29 जुलाई, तीसरा 05 अगस्त को और अंतिम सोमवार 12 अगस्त को पड़ेगा। इसी तरह रक्षाबंधन पर भी बाबा विश्वनाथ के मंदिर को सजाने की खास तैयारी की गई है।
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Yogi Adityanath
हेलिकॉप्टर से कांवड़ियों पर बरसेंगे फूल, एटीएस करेगी निगरानी
योगी सरकार इस बार सावन महीने में होने वाली कांवड़ यात्रा को भव्य तरीके से आयोजित करने जा रही है। कांवडियों के यात्रा मार्ग में सरकार ने जहां शराब की बिक्री और बूचड़खानों के संचालन पर प्रतिबंध लगा रखा है, वहीं कांवड़ मार्ग को साफ करने और श्रद्घालुओं पर हेलिकॉप्टर से फूल बरसाने के भी आदेश दिए गए हैं। इस दौरान सुरक्षा-व्यवस्था भी चाक चौबंद रहेगी। सावन मेले के दौरान शिवभक्तों की निगरानी एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड के कमांडर हेलिकॉप्टर से करेंगे। 17 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों के ट्रैफिक जाम की समस्या से भी दो-चार न होना पड़े। इसकी भी व्यवस्था की गई है। कांवड़ यात्रा 17 जुलाई से 15 अगस्त तक चलेगी। इस दौरान कांवड़िये अयोध्या, काशी, लखीमपुर के गोला गोरकरणनाथ, बाराबंकी के रामनगर महादेवा, अंबेडकरनगर में शिवबाबा, टांडा में झारखंडी मंदिर सहित अन्य शिवालयों पर भारी संख्या में पहुंचते हैं और भगवान भूतभावन का जलाभिषेक करते हैं। इसी दौरान 03 अगस्त से 15 अगस्त तक सावन मेला भी चलता है। सहारनपुर सहित कई स्थानों पर कांवड़ मेले की ड्रोन कैमरे से भी निगरानी होगी।
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