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सरकार का उद्देश्य सनातन धर्म की महिमा और भारतीय संस्कृति को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करना है। इस दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। इस रोड शो की जिम्मेदारी नगर विकास विभाग को सौंपी गई है और फिक्की (FICCI) और सीआईआई (CII) जैसे बड़े संगठन इसमें सहयोग करेंगे।महाकुंभ 2025: देश और विदेश में भव्य रोड शो का आयोजन
देशभर के प्रमुख शहरों में होंगे आयोजन महाकुंभ 2025 की लोकप्रियता और उसकी पवित्रता को प्रचारित करने के लिए देश के 15 बड़े शहरों में भव्य रोड शो आयोजित किए जाएंगे। इनमें नई दिल्ली, मुंबई, पुणे, जयपुर, हैदराबाद, तिरुवनंतपुरम, अहमदाबाद, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, गुवाहाटी, देहरादून, भोपाल, चंडीगढ़ और पटना जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं।विदेशों में भी पहुंचेगी महाकुंभ की गूंज
भारतीय संस्कृति के प्रचार के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेपाल, थाईलैंड, इंडोनेशिया और मॉरीशस समेत अन्य देशों में भी रोड शो का आयोजन किया जाएगा। यह पहली बार होगा जब महाकुंभ को इस तरह से वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया जाएगा। यह भी पढ़ें
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रोड शो का अनुमानित खर्च
प्रत्येक शहर में होने वाले रोड शो पर लगभग 20 से 25 लाख रुपये का खर्च आएगा। आयोजन का खर्च नगर विकास विभाग वहन करेगा।महाकुंभ के लिए 220 नए वाहन खरीदने की मंजूरी
महाकुंभ के आयोजन में व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से चलाने के लिए सरकार ने 220 नए वाहनों की खरीद को मंजूरी दी है। इन वाहनों में 40 महिंद्रा बोलेरो नियो, 160 बोलेरो बी6 बीएसवीआई और 20 बसें शामिल हैं। इसके लिए सरकार 27.48 करोड़ रुपये खर्च करेगी।महाकुंभ 2025: क्या होगा खास
भव्य आयोजन: 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज में होगा महाकुंभ।मिशन मोड पर तैयारी: सरकार ने इसे एक मिशन की तरह तैयार करना शुरू कर दिया है।
सांस्कृतिक गौरव: सनातन संस्कृति को देश-विदेश में प्रचारित करने का अनूठा प्रयास।
सुविधाएं: लाखों श्रद्धालुओं के लिए बेहतर परिवहन और सुविधाओं का इंतजाम।
महाकुंभ 2025: एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संगम
महाकुंभ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, कला, और इतिहास के गौरव का प्रतीक है। इस बार योगी सरकार इसे एक वैश्विक स्तर पर ले जाने की तैयारी में है। चाहे देश के महानगर हों या विदेशों के प्रमुख स्थल, हर जगह भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की अमिट छवि प्रस्तुत की जाएगी। यह भी पढ़ें