चुनाव आयोग को दिए पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर्व और गंगा पूजन का धार्मिक महत्व है। 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन बड़ी संख्या में लोग स्नान और पूजन के लिए जाते हैं। भाजपा की ओर से कहा गया है कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर कुंदरकी, मीरापुर, गाजियाबाद और प्रयागराज में लोग तीन से चार दिन पहले ही इकट्ठा हो जाते हैं। कार्तिक पूर्णिमा की वजह से बहुसंख्यक मतदाता मतदान से वंचित हो जाएंगे। ऐसे में ज्यादा संख्या में मतदान संभव नहीं है।
15 नवंबर को पड़ रही है कार्तिक पूर्णिमा
आठवें चंद्र माह को कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है। इस साल कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर को पड़ रही है। यह त्योहार दिवाली के पंद्रह दिन बाद आता है। वैष्णव धर्म में कार्तिक माह को दामोदर माह कहा जाता है। भगवान कृष्ण का एक नाम दामोदर भी है। कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली के रूप में भी मनाया जाता है और यह हिंदू महीने कार्तिक के पंद्रहवें चंद्र दिवस को चिह्नित करता है।यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा
15 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की नौ सीटों और केरल की वायनाड लोकसभा सीट सहित 48 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की घोषणा की थी। उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटें खाली हैं लेकिन नौ सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की गई है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर चुनाव की घोषणा नहीं की गई, क्योंकि चुनाव याचिका लंबित है। यह भी पढ़ें