डॉ. निर्मल के मुख्य बयान
1. लोकसभा चुनाव में दलितों को गुमराह करने का आरोपडॉ. निर्मल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों ने दलितों को संविधान और आरक्षण समाप्त होने का झूठा भय दिखाकर गुमराह किया था। हालांकि, अब दलित समझ चुके हैं कि कांग्रेस और सपा ने उन्हें बार-बार छला है।
उन्होंने समाजवादी पार्टी पर कड़े आरोप लगाते हुए कहा: सपा ने ठेकेदारी में आरक्षण को समाप्त किया। संसद में आरक्षण बिल का अपमान करते हुए उसे फाड़ा।
प्रोन्नति में आरक्षण समाप्त करवाया। लाखों दलित कर्मचारियों को रिवर्ट किया, जिससे उनका बड़ा नुकसान हुआ।
डॉ. निर्मल ने कहा कि दलित समाज अब इन कृत्यों को नहीं भूलेगा। समाजवादी पार्टी ने जिस प्रकार से बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान किया है, वह दलितों के लिए असहनीय है।
डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि दलित समाज ने बीजेपी को इसलिए चुना क्योंकि बीजेपी ने हमेशा दलितों की चिंता की है। उन्होंने यह भी कहा कि यह उपचुनाव परिणाम संकेत हैं कि 2027 में भी बीजेपी की सरकार प्रदेश में बनेगी।
डॉ. निर्मल ने प्रदेश के दलित समुदाय का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उपचुनाव में बीजेपी को विजय दिलाने में अहम भूमिका निभाई। डॉ. अंबेडकर का सम्मान और दलितों का भविष्य
उन्होंने कहा कि दलित समाज डॉ. अंबेडकर के विचारों पर चलता है और बीजेपी ने हमेशा अंबेडकर के सम्मान को सर्वोपरि रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और सपा जैसी पार्टियां केवल दलितों के साथ दिखावा करती रही हैं, जबकि जमीनी स्तर पर उनके खिलाफ काम किया।
यह जीत बीजेपी के लिए ऐतिहासिक है क्योंकि दलित समाज ने खुलकर बीजेपी के पक्ष में अपना समर्थन दिया है। डॉ. निर्मल ने विश्वास जताया कि आगामी लोकसभा चुनाव में भी यह समर्थन बीजेपी के साथ रहेगा।
सपा और कांग्रेस की हार के कारण
विपक्ष द्वारा किए गए झूठे वादे।दलितों के लिए आरक्षण और संवैधानिक अधिकारों का हनन।
बाबा साहेब अंबेडकर और दलित नेताओं का अपमान।