2 फरवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र में भी विपक्षी दल जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर सरकार को घेर सकती है। सत्र के दौरान मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल, कांग्रेस समेत अन्य दल कानून व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी और शिक्षक भर्ती को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों समेत कई मुद्दे उठा सकती है। इस सत्र के दौरान सदन में खासकर 69000 शिक्षक भर्ती में 6800 भर्ती में नियुक्ति की मांग कर रहे अभ्यर्थियों का मुद्दा गरमा जा सकता है। इसके अलावा आवारा पशुओं का मुद्दा विपक्ष पुरजोर तरीके से उठा सकता है।
बजट सत्र शुरू होने से पहले एक फरवरी को भाजपा विधानमंडल दल की बैठक लोकभवन सभागार में शाम छह बजे होगी। इसमें भाजपा के साथ ही सहयोगी दलों के विधानसभा व विधान परिषद सदस्यों को भी बुलाया गया है। वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी विधानमंडल दल की बैठक 1 फरवरी को सुबह 10 बजे विधान भवन स्थित सपा विधानमंडल दल के कार्यालय में बुलाई है। इसमें विधानसभा एवं विधान परिषद के सभी सदस्यों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं।