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विकास कार्यों के लिए बजट का वितरण
विभिन्न विभागों को उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप आवंटनवित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि इस बजट से राज्य के महत्वपूर्ण विभागों की आवश्यकताओं को पूरा किया जाएगा। प्रमुख विभागों को आवंटन इस प्रकार है:
ऊर्जा विभाग: 8,587.27 करोड़ रुपए
वित्त विभाग: 2,438.63 करोड़ रुपए
परिवार कल्याण विभाग: 1,592.28 करोड़ रुपए
पशुधन विभाग: 1,001 करोड़ रुपए
लोक निर्माण विभाग: 805 करोड़ रुपए
प्राथमिक शिक्षा विभाग: 515 करोड़ रुपए
सूचना विभाग: 505 करोड़ रुपए
पंचायती राज विभाग: 454.01 करोड़ रुपए
चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण विभाग: 354.54 करोड़ रुपए
वित्त विभाग: 2,438.63 करोड़ रुपए
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पशुधन विभाग: 1,001 करोड़ रुपए
लोक निर्माण विभाग: 805 करोड़ रुपए
प्राथमिक शिक्षा विभाग: 515 करोड़ रुपए
सूचना विभाग: 505 करोड़ रुपए
पंचायती राज विभाग: 454.01 करोड़ रुपए
चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण विभाग: 354.54 करोड़ रुपए
क्यों लाया गया अनुपूरक बजट?
बजट का उद्देश्य और आवश्यकता: अनुपूरक बजट वह वित्तीय दस्तावेज होता है, जिसे सरकार तब पेश करती है जब प्रारंभिक बजट के बाद अतिरिक्त खर्चों की जरूरत होती है।
केन्द्रीय योजनाओं में राज्यांश की पूर्ति, आकस्मिक खर्चों की प्रतिपूर्ति: इस बजट में केंद्रीय योजनाओं के लिए 422.56 करोड़ रुपए और आकस्मिक मद में खर्च हुए 30.48 करोड़ रुपए की भी प्रतिपूर्ति की जाएगी।
बजट का उद्देश्य और आवश्यकता: अनुपूरक बजट वह वित्तीय दस्तावेज होता है, जिसे सरकार तब पेश करती है जब प्रारंभिक बजट के बाद अतिरिक्त खर्चों की जरूरत होती है।
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विकास योजनाओं में तेजी लानेकेन्द्रीय योजनाओं में राज्यांश की पूर्ति, आकस्मिक खर्चों की प्रतिपूर्ति: इस बजट में केंद्रीय योजनाओं के लिए 422.56 करोड़ रुपए और आकस्मिक मद में खर्च हुए 30.48 करोड़ रुपए की भी प्रतिपूर्ति की जाएगी।
पहला अनुपूरक बजट और इस बार का अपडेट
वित्तीय वर्ष के दौरान दूसरी बार लाया गया बजट,फरवरी में योगी सरकार ने 7.36 लाख करोड़ का मूल बजट पेश किया था। इसके बाद 30 जुलाई को 12,209.93 करोड़ का पहला अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया गया। अब 5 माह बाद, विकास कार्यों की जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया गया है।
वित्तीय वर्ष के दौरान दूसरी बार लाया गया बजट,फरवरी में योगी सरकार ने 7.36 लाख करोड़ का मूल बजट पेश किया था। इसके बाद 30 जुलाई को 12,209.93 करोड़ का पहला अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया गया। अब 5 माह बाद, विकास कार्यों की जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया गया है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिबद्धता‘विकास हमारा संकल्प’ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट पेश होने के बाद कहा कि उत्तर प्रदेश का समग्र विकास सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा:”प्रदेश में अवरोध रहित विकास के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। यह बजट राज्य को आत्मनिर्भर और विकासशील बनाने का दस्तावेज है।”
मुख्य बिंदु एक नजर में
बजट का कुल आकार: 17,865.72 करोड़ रुपएनए प्रस्ताव: 790.49 करोड़ रुपए
मुख्य विभागों को आवंटन: ऊर्जा, स्वास्थ्य, शिक्षा, और पशुधन
पिछला बजट: 30 जुलाई को 12,209.93 करोड़ रुपए