झलकारी बाई कोरी हथकरघा का ऐलान बजट समाज के सभी वर्गों को ध्यान में पूरी तरह रखा गया है। अब अनुसूचित जाति के बुनकरों को स्वरोजगार से जोड़ने देने के उद्देश्य से सरकार ने अपने छठे बजट में झलकारी बाई कोरी हथकरघा एवं पावरलूम स्पेशल कंपोनेंट योजना के संचालन की घोषणा की है। जिसके लिए सरकार ने 8 करोड़ रुपए की बजट राशि निर्धारित की है। नई योजना के तहत जहां सरकार एससी/एसटी के हथकरघा बुनकरों की देखभाल करेगी, वहीं पावरलूम बुनकर स्वचालित पावरलूम उपलब्ध कराने में मदद करेंगे।
हस्तशिल्प-हथकरघा एक बड़ा उद्योग उत्तर प्रदेश में पारंपरिक उद्योगों में से एक हस्तशिल्प और हथकरघा उद्योग है। श्रम प्रधान क्षेत्र होने के कारण और इस प्रकार रोजगार के अनेक अवसर प्रदान करते हुए, यह राज्य के सामाजिक-आर्थिक ढांचे को बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
मुख्यमंत्री बुनकर सौर योजना क्या है जानें पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर हथकरघा बुनकरों की निर्भरता को समाप्त करके सौर ऊर्जा के उपयोग के लिए पावरलूम बुनकरों और हथकरघा बुनकरों को सोलर इनवर्टर प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री बुनकर सौर योजना के तहत 10 करोड़ रुपए का बजट दिया गया है।