लखनऊ. गुरुवार से शुरू होने जा रहा विधानसभा का बजट सत्र (UP Budget) कई मायनों में अलग होगा। एक ओर जहां यह बजट पेपरलेस (Paperless budget) होने जा रहा है, तो वहीं विधानसभा में एंट्री के लिए नए मानक भी होंगे। सभी विधायकों की कोरोना (Coronavirus) जांच होगी, जिसकी रिपोर्ट दिखाने पर ही वह एंट्री ले पाएंगे। सभी को 14 फरवरी से पूर्व कोविड जांच कराने के निर्देश दे दिए गए थे। जिन्होंने 14 फरवरी या उसके बाद भी अपना कोविड परीक्षण नहीं करवाया है, उन्हें एंट्री नहीं दी जाएगी। असेंबली स्टाफ का भी टेस्ट किया गया है। विधान स्पीकर स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि यह एक हाइब्रिड सत्र होगा और विधायकों के पास इसमें ऑनलाइन या व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का विकल्प होगा।
ये भी पढ़ें- अब रामलला सातों दिन पहनेंगे डिजाइनर खादी के कपड़े, वसंत पंचमी पर हुई शुरुआत 11 बजे से शुरू होगा सत्र- गुरुवार सुबह 11 बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के संबोधन के साथ ही दोनों सदनों के संयुक्त सत्र से शुरू हो जाएगा। मीडियाकर्मियों को एक बार फिर प्रेस गैलरी तक पहुंचने की अनुमति नहीं होगी। वह तिलक हॉल में लगाई जा रही दो स्क्रीन्स से कार्यवाही देख सकेंगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार का बजट पहले की तुलना में बड़ा होगा (लगभग 5.50 लाख करोड़ रुपए)। बजट सत्र के चलते फिलहाल योगी कैबिनेट के विस्तार को टाल दिया गया है।
ये भी पढ़ें- सीएम योगी ने कहा- सबके जीवन में आता है एक अवसर, टर्निंग पॉइंट को पहचानें, होगी महानता प्राप्त होगा पेपरलेस बजट-
केंद्रीय बजट की तरह यूपी सरकार का बजट भी पेपरलेस होगा। पर्यावरण के दृष्टिकोढ़ से यह फैसला लिया गया है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के साथ अन्य सभी मंत्रियों व विधायकों के हाथों में कागजों के बजाए एप्पल कंपनी के टैबलेट होंगे। बजट से जुड़ी सारी जानकारियां सभी के टैबलेट में पहुंचा दी जाएंगी। वहीं बजट लिटरेचर केवल वित्त विभाग की ऐप व यूपी विधानसभा की वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध होगा। बजट के पेपरलेस हो जाने से कागजों पर छपाई पर खर्च होने वाले करीब चार से पांच लाख रुपए भी बच सकेंगे। सभी विधायों को एप्पल कंपनी के 50,000 रुपए मूल्य तक के आईपैड खरीदने के निर्देश दिए गए थे।
केंद्रीय बजट की तरह यूपी सरकार का बजट भी पेपरलेस होगा। पर्यावरण के दृष्टिकोढ़ से यह फैसला लिया गया है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के साथ अन्य सभी मंत्रियों व विधायकों के हाथों में कागजों के बजाए एप्पल कंपनी के टैबलेट होंगे। बजट से जुड़ी सारी जानकारियां सभी के टैबलेट में पहुंचा दी जाएंगी। वहीं बजट लिटरेचर केवल वित्त विभाग की ऐप व यूपी विधानसभा की वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध होगा। बजट के पेपरलेस हो जाने से कागजों पर छपाई पर खर्च होने वाले करीब चार से पांच लाख रुपए भी बच सकेंगे। सभी विधायों को एप्पल कंपनी के 50,000 रुपए मूल्य तक के आईपैड खरीदने के निर्देश दिए गए थे।
ये भी पढ़ें- राम मंदिर निर्माण: एक माह से कम समय में आया 1511 करोड़ का चंदा 5.50 लाख करोड़ रुपए का होगा बजट-
इस बार के बजट का आकार भी पहले से बड़ा होगा। अनुमान के मुताबिक, कुल बजट 5.50 लाख करोड़ रुपए का हो सकता है। पिछले सत्र में पेश किए गए बजट की कुल राशि 5.12 लाख करोड़ रुपए थी। बजट ज्यादा होने की वजह यह भी है कि अगले वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार का यह आखिरी बजट होगा, जिसमें कोशिश होगी कि सरकार लोकलुभावन व चुनाव के दृष्टिकोण से बड़े ऐलान करे। इस बार के बजट में युवाओं व किसानों पर ज्यादा फोकस भी होगा।
इस बार के बजट का आकार भी पहले से बड़ा होगा। अनुमान के मुताबिक, कुल बजट 5.50 लाख करोड़ रुपए का हो सकता है। पिछले सत्र में पेश किए गए बजट की कुल राशि 5.12 लाख करोड़ रुपए थी। बजट ज्यादा होने की वजह यह भी है कि अगले वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार का यह आखिरी बजट होगा, जिसमें कोशिश होगी कि सरकार लोकलुभावन व चुनाव के दृष्टिकोण से बड़े ऐलान करे। इस बार के बजट में युवाओं व किसानों पर ज्यादा फोकस भी होगा।
कई मुद्दों पर विपक्ष घेरेगी सरकार को-
विपक्ष ने सरकार को विधानसभा के अंदर व बाहर घरने के लिए अपना प्लान तैयार कर लिया है। किसानों की समस्याएं, बढ़ती महंगाई व गन्ना मूल्य में इजाफा न करने जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष के एकजुट होकर हमलावर होने का अनुमान है। बहुजन समाज पार्टी ने बुधवार शाम पार्टी मुख्यालय में विधायकों संग बैठक की है। वहीं, समाजवादी विधायक गुरुवार सुबर सत्र से पहले पार्टी मुख्यालय में एकत्रित होकर साइकिलों से विधान भवन की ओर कूच करेंगे। कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक भी सुबह होगी बजे होगी। वहीं सरकार के मंत्री-विधायकों को भी विपक्ष के हर हमले का जवाब देने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
विपक्ष ने सरकार को विधानसभा के अंदर व बाहर घरने के लिए अपना प्लान तैयार कर लिया है। किसानों की समस्याएं, बढ़ती महंगाई व गन्ना मूल्य में इजाफा न करने जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष के एकजुट होकर हमलावर होने का अनुमान है। बहुजन समाज पार्टी ने बुधवार शाम पार्टी मुख्यालय में विधायकों संग बैठक की है। वहीं, समाजवादी विधायक गुरुवार सुबर सत्र से पहले पार्टी मुख्यालय में एकत्रित होकर साइकिलों से विधान भवन की ओर कूच करेंगे। कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक भी सुबह होगी बजे होगी। वहीं सरकार के मंत्री-विधायकों को भी विपक्ष के हर हमले का जवाब देने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।