इस बीच ऐसी भी चर्चा है कि रिजल्ट ईमेल आईडी पर नहीं भेजा जाएगा। दरअसल, परिषद द्वारा सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों के माध्यम से संबंधित स्कूलों के डिजिटल जानकारियां जुटाने के लिए पत्र लिखा गया था। जिसके अंतर्गत स्कूलों द्वारा अपने सभी पंजीकृत छात्र-छात्राओं के ईमेल आईडी बनवाने थे। अब लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक हाईस्कूल और इंटरमीडिएट समेत विभिन्न कक्षाओं की परीक्षाएं समाप्त हो जाने और विद्यालय बंद होने के चलते छात्रों की ईमेल आईडी बनाना निर्धारित समय तक पूरा कर पाना मुश्किल है। ऐसी परिस्थिति में संभावना है कि 10वीं और 12वीं का रिजल्ट ईमेल आईडी पर न भेजा जाए।
51,92,689 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड यूपी बोर्ड की परीक्षा 24 मार्च से 13 अप्रैल तक आयोजित कराई गई। इसमें कुल 51,92,689 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे। इंटरमीडिएट से 24,11,035 और हाईस्कूल से 27,81,654 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट को मिलाकर कुल 47,75,749 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मलित हुए। 4,16,940 परीक्षार्थी ने परीक्षा छोड़ दी। इस तरह हाईस्कूल में 25,25,007 एवं इंटरमीडिएट में 22,50,742 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए थे।
क्यों हो रही परिणाम घोषित करने में देरी यूपी बोर्ड परीक्षा के परिणाम घोषणा में देरी का कारण कुछ छात्रों द्वारा प्रैक्टिल परीक्षा न दे पाना है। बोर्ड ने ऐसे छात्रों को प्रैक्टिकल परीक्षा देने का मौका दिया था। इसके बाद ही यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं के परिणाम घोषित