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लखनऊ

UP Board की किताबें बाजार से गायब, पांच गुना महंगी किताब खरीद पढ़ रहे बच्चे

UP Board: यूपी बोर्ड की किताबें बाजार में ना होने की वजह से छात्र 5 गुना महंगी किताबें खरीद कर पढ़ाई कर रहे हैं।

लखनऊJul 17, 2024 / 11:00 am

Sanjana Singh

UP Board books

UP Board: यूपी बोर्ड के नए सत्र की एनसीईआरटी की किताबें बाजार में अभी तक उपलब्ध नहीं हैं और पुरानी किताबें गायब हैं। ऐसे में छात्र निजी प्रकाशकों की किताबें खरीद कर पढ़ाई कर रहे हैं, जो पांच गुना से भी ज्यादा महंगी है। साल 2023 में 12वीं की किताबों का सेट 200-300 रुपए में मिलता है, वही सेट निजी प्रकाशकों का 1500 से 2000 रुपये में मिल रहा है। आपको बता दें कि उप्र. माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से लखनऊ में यूपी बोर्ड के सरकारी और निजी करीब 750 स्कूल संचालित हो रहे हैं। इनमें कक्षा नौ से 12वीं तक औसतन दो लाख बच्चे रजिस्टर हैं।

यूपी बोर्ड की सबसे महंगी किताब 77 रुपये में

माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा नामित किताबों के दाम निजी प्रकाशकों की तुलना में काफी कम होते हैं। कक्षा नौ, 10, 11 और 12 में अंग्रेजी की किताबें सबसे सस्ती हैं। बीते सालों कक्षा 11 की जीव विज्ञान की किताब सबसे महंगी थी जिसके दाम 77 रुपए थे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों का कहना है कि माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा एनसीईआरटी के किताबों के प्रकाशन के लिए नामित प्रकाशकों के टेंडर में देरी से किताबें बाजार में पहुंच रही हैं। करीब तीन साल से किताबें सत्र के शुरू में बच्चों को नहीं मिल रही हैं। इस बार भी अभी तक किताबों के लिए टेंडर नहीं हुआ।

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