उत्तर प्रदेश शासन ने जिले के सभी जिले अधिकारियों के आदेश दिया है कि जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में एक कंट्रोल रूम बनाए जाए और प्रत्येक कंट्रोल रूम से इंटरनेट की मदद से सभी केंद्रों की लाइव निगरानी की जाए। योगी सरकार ने इस बार यह कदम इसलिए उठाया है जिससे यूपी बोर्ड परीक्षा में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न होने पाए।
10 और 12 की परीक्षा की होगी ऑनलाइन निगरानी
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 2020 में होने वाली हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा की ऑनलाइन निगरानी के लिए सभी जिलों के स्कूलों के दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। इसके साथ ही संवेदनशील और अति संवेदशनशील स्कूलों की खासतौर पर निगरानी की जाएगी। बोर्ड ने यह कदम बोर्ड परीक्षाओं में चीटिंग के मामलों को देखते हुए उठाया है। शिक्षा विभाग के अलावा दूसरे विभाग के अधिकारियों को भी कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी देने पर भी विचार किया जा रहा है ताकि नकल करवाने के लिए किसी तरह के गठजोड़ की आशंका को सिरे से खत्म किया जा सके।
2020 में यूपी बोर्ड परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों की संख्या में आई कमी
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद, 2020 की यूपी बोर्ड परीक्षा में कुल 11,02,251 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। इनमें हाईस्कूल में 5,82,580 और इंटरमीडिएट में कुल 5,19,671 रेगुलर व प्राइवेट परीक्षार्थी हैं। 10वीं में रेगुलर परीक्षार्थी 5,76,552 और प्राइवेट 6,028 परीक्षार्थी एवं 12वीं में 5,03,834 रेगुलर और 15,837 परीक्षार्थी प्राइवेट हैं। उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा के लिए परिषद ने 5 सितंबर तक आवेदन व परीक्षा शुल्क अंतिम रूप से अपलोड करने की तिथि निर्धारित की थी। इसके बाद परिषद की ओर से जारी आंकड़ों में इस साल 11 लाख से कुछ अधिक छात्र-छात्रएं बोर्ड परीक्षा के लिए अंतिम रूप से पंजीकृत हुए हैं। पिछले वर्ष की अपेक्षा में इस साल की यूपी बोर्ड परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों की संख्या में कमी आई है।