यूपी बोर्ड रिजल्ट में अक्सर लड़कियों का ही परचम लहरा रहा है। पत्रिका ने जब पिछले छह सालों की रिजल्ट की तुलना की तो इस बात का खुलासा हुआ। पिछले छह सालों में सबसे अधिक प्रतिशत से पास होने वाले छात्र कोविड के दौरान रहे। कोविड से पहले तक छात्रों का पास होने का प्रतिशत लगभग 74 और हाईस्कूल में 83 फीसदी था। लेकिन कोविड में बढ़कर इंटर का 97 और हाईस्कूल लगभघ 99 फीसदी पहुंच गया था।
यह भी पढ़े – यूपी को इन शहरों ने दिए सबसे ज्यादा Toppers, इस बार कौन मारेगा बाजी लड़कियों का रहा जलवा इंचरमीडिएट में लगातार छह सालों से लड़कियों का जलवा बरकार है। छात्रों की तुलना में छात्राएं अधिक संख्या में पास हो रहीं। न केवल पास हो रही बल्कि टॉपर बन रहीं हैं। वहीं हाईस्कूल में छह सालों में मात्र एक साल यानि 2019 में ऐसा हुआ जब लड़के आगे निकल पाए नहीं तो दसवीं में भी लगातार छात्राएं ही बाजी मार रहीं हैं। देखने वाली बात ये है कि इस बार कौन नंबर वन पर रहेगा।
इन दो वर्षों में घटा रिजल्ट परसेंटेज वर्ष 2018 और 2019 दोनों में यूपी बोर्ड के दसवीं और इंटरमीडिएट दोना का ही परिणाम घटा है। पहले बात करते हैं इंचरमीडिएट की। इसमें वर्ष 2017 में 82.05 फीसदी था, जबकि 2018 में 72.43 फीसदी और 2019 में 70.06 फीसदी रिजल्ट रहा। दसवी कक्षा में इसमें वर्ष 2017 में 81.18 और 2019 में घटकर 75.16 फीसदी रहा। 2019 में बढ़कर 80.06 हुआ।
यह भी पढ़े – शिक्षा मंत्री ने दी रिजल्ट अपडेट, बोर्ड ने परिणाम जारी करने से पहले छात्रों को किया सतर्क Class 12 Year wise result Percentage Year–Over All– Boys–Girl %
2021—97.88—97.47—98.04
2020—74.00—68.88—81.96
2019—70.06—64.04—76.46
2018—72.43—67.36—78.44
2017—82.05—77.16—88.08
2016—87.99—82.23—81.91
2021—97.88—97.47—98.04
2020—74.00—68.88—81.96
2019—70.06—64.04—76.46
2018—72.43—67.36—78.44
2017—82.05—77.16—88.08
2016—87.99—82.23—81.91
Class 10 Year wise result Percentage
Year–Over All–Boys–Girl
2021—99.53—99.52—99.55
2020—83.00—79.88—87.29
2019—80.06—83.98—76.66
2018—75.16—72.03—78.08
2017—81.18—76.75—86.05
2016—87.66—84.82—91.11 यह भी पढ़े – स्क्रूटनी परीक्षा खत्म, छात्र कभी नहीं भर पाएंगे फॉर्म, पहली बार आया बड़ा फैसला
Year–Over All–Boys–Girl
2021—99.53—99.52—99.55
2020—83.00—79.88—87.29
2019—80.06—83.98—76.66
2018—75.16—72.03—78.08
2017—81.18—76.75—86.05
2016—87.66—84.82—91.11 यह भी पढ़े – स्क्रूटनी परीक्षा खत्म, छात्र कभी नहीं भर पाएंगे फॉर्म, पहली बार आया बड़ा फैसला