जानें चार नए एक्सप्रेस वे के बारे में
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय से शुरू होगा और गाजीपुर तक पहुंचेगा। इसे बनाने में 22 हजार 497 करोड़ रुपये का खर्च आया है। ये एक्सप्रेस-वे 9 जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर निकलेगा। एक्सप्रेस वे पर हर पुलिस चौकी के पास हैलीपैड होगा। 100 किमी की स्पीड पर वाहन चलेंगे। यह एक्सप्रेस वे वर्तमान में छह लेन का बनाया गया है। इस एक्सप्रेस-वे पर 18 फ्लाईओवर, 7 रेलवे ओवरब्रिज, 7 दीर्घ सेतु, 104 लघु सेतु, 13 इंटरचेंज, 5 रैम्प प्लाजा, 271 अंडरपासेज और 525 पुलियों का निर्माण कराया गया है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे लिंक एक्सप्रेस वे के बन जाने से गोरखपुर के सर्वांगीण विकास का मार्ग खुलेगा। इसे मार्च 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य है। गोरखपुर बाईपास एनएच- 27 पर स्थित ग्राम जैतपुर के पास से शुरू होकर आजमगढ़ के पास पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर जाकर जुड़ेगा। लिंक एक्सप्रेस-वे की लंबाई 91.352 किलोमीटर है जो गोरखपुर, आंबेडकर नगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ से होकर गुजरेगा
गंगा एक्सप्रेस वे देश का सबसे लंबा माने जाने वाला गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) मेरठ से प्रयागराज तक बनेगा। इस एक्सप्रेस वे पर 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से वाहन फर्राटा भर सकेंगे। इस एक्प्रेस वे से देश के 12 जिले और 519 गांव जुड़ेंगे।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे चित्रकूट से इटावा तक बन रहे बुंदेलखंड एक्सप्रेस (Bundelkhand Expressway) का भी काम तेजी से चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने 29 फरवरी 2020 को इस एक्सप्रेस वे की नींव रखी थी। अगले महीने पीएम मोदी इसका उद्घाटन कर सकते हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की लंबाई 296 किमी है। यह एक्सप्रेस वे चार लेन का होगा जिसका विकास छह लेन तक किया जा सकता है।