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देश की संसद भवन की तर्ज पर बनेगा यूपी विधानसभा, जानें इसका इतिहास

यूपी को जल्द ही नया विधानसभा मिलेगा। इसकी घोषणा शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने की।

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लखनऊ

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Anand Shukla

Mar 04, 2023

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देश की संसद भवन सेंट्रल विस्टा के तर्ज पर यूपी में नया विधानसभा भवन बनेगा। ये विधानसभा भवन सभी सुविधाओं से लैस होगा। सदन की कार्यवाही स्थगित होने से पहले यह खुश खबरी सत्ता पक्ष और विपक्ष पक्ष के विधायकों को सतीश महाना ने दी।

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि सरकार ने नए भवन के लिए वित्त वर्ष 2023-24 के आम बजट में टोकन के तौर पर 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। सरकार का लक्ष्य है कि 2027 से पहले यह बिल्डिंग तैयार हो जाए। जिससे कि 18 वीं विधानसभा के विधायकों को कम से कम एक सत्र में बैठने का मौका मिल सके।

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बढ़ती जरूरतों के हिसाब से बनेगा नया भवन

योगी सरकार लखनऊ में नई विधानसभा बनाने का ऐलान पहले ही कर चुकी है। सरकार जल्द ही नया भवन बनाने के लिए लखनऊ में नई जगह को तलाश लेगी। मौजूदा विधानभवन काफी पुराना है, जबकि बढ़ती जरूरतों के मुताबिक स्थान कम होने और आसपास बढ़ते यातायात के दबाव को देखते हुए सरकार ने नये भवन बनाने का फैसला किया है।

विधानसभा भवन का इतिहास

15 दिसंर, 1922 को मौजूदा विधानसभा की नींव तत्कालीन गवर्नर सर स्पेंसर हरकोर्ट बटलर ने रखी थी। इस भवन को तैयार होने में करीब 6 साल लग गए थे। 21 फरवरी, 1928 को विधानसभा भवन का उद्घाटन हुआ। कलकत्ता की मेसर्स मार्टिन एंड कंपनी ने इस भवन को बनाया था। भवन के मुख्य आर्किटेक्ट सर स्विनोन जैकब और हीरा सिंह थे। उस समय निर्माण के लिए 21 लाख रुपये स्वीकृत हुए थे। यह भवन का स्थापत्य यूरोपियन व अवधी निर्माण की मिश्रित शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है।

भवन में 403 विधायकों की बैठने की क्षमता

भवन के अंदर दो भागों में सदन चलता है। जिसमें एक विधानसभा और दूसरा विधान परिषद होता है। विधानसभा के 403 तो विधानपरिषद के 100 सदस्य हैं। विधानसभा में 12 गेट हैं, जिनमें से ये पूर्व निर्धारित है कि कौन, किस गेट से एंट्री और एग्ज‍िट करेगा।

अर्धचक्र के बीच में गोथिक शैली का है गुंबद

अर्धचक्राकार दो मंजिले विधानभवन के निर्माण में मिर्जापुर के भूरे रंग के बलुआ पत्थरों से कराया गया था। अर्धचक्र के बीच में गोथिक शैली का गुंबद है, जिसके शीर्ष पर एक आकर्षक छतरी है। इस गुंबद के चारों ओर सजावट के रूप में रोमन शैली में बड़े आकार की पत्थर की मूर्तियां बनी हुई हैं। विधानभवन के अंदर अनेक हाल एवं दीर्घाएं हैं, जो आगरा और जयपुर के संगमरमर पत्थर से बनी हैं।

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