बीहड़ में आतंक का पर्याय रही फूलन देवी पर 22 हत्या, 30 डकैती और 18 अपहरण के मामले दर्ज थे, जिसके चलते फूलन को 11 वर्ष जेल में काटने पड़े। वर्ष 1993 में समाजवादी पार्टी के तत्कालीन मुखिया मुलायम सिंह यादव ने फूलन पर लगे सारे आरोप वापस लेने का फैसला किया। 1994 में फूलन जेल से छूटने पर उम्मेद सिंह से शादी कर ली। 1996 के लोकसभा चुनाव में मुलायम ने फूलन को मिर्जापुर से पार्टी का उम्मीदवार बनाया और चुनाव जीता। 1998 के चुनाव मे हार मिली, लेकिन 1999 में फिर जीत गईं। 25 जुलाई 2001 को शेर सिंह राणा फूलन से मिलने आया और घर के गेट पर फूलन को गोली मार दी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई। राणा का कहना था कि उसने फूलन को मारकर बेहमई हत्याकांड का बदला ले लिया है।