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इससे पहले गुरुवार को ही सीबीआई ने कोर्ट को बता दिया था कि सेंगर पर लगाए गए रेप के आरोप सही पाए गए हैं। सुनवाई के दौरान सीबीआई ने सफा कर दिया था कि कुलदीप सिंह सेंगर पर 4 जून 2017 को पीड़िता के साथ बलात्कार करने और शशि सिंह को साजिश में शामिल करने के आरोप सही हैं। इसी के आधार पर कोर्ट में चार्जशीट दायर की गई थी।
इससे पहले गुरुवार को ही सीबीआई ने कोर्ट को बता दिया था कि सेंगर पर लगाए गए रेप के आरोप सही पाए गए हैं। सुनवाई के दौरान सीबीआई ने सफा कर दिया था कि कुलदीप सिंह सेंगर पर 4 जून 2017 को पीड़िता के साथ बलात्कार करने और शशि सिंह को साजिश में शामिल करने के आरोप सही हैं। इसी के आधार पर कोर्ट में चार्जशीट दायर की गई थी।
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उधर कुलदीप सिंह के रिश्तेदारों ने पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। उनके रिश्तेदार निपेंदर सिंह का कहना है कि इससे ही सच्चाई सामने आएगी। निपेंदर सिंह ने कहा कि सेंगर बेकसूर हैं। हम लोगों ने उनका व्यवहार देखा है। अगर उन्होंने कुछ गलत किया है तो वैज्ञानिकता के आधार पर सबूत मिल जाएंगे। पीड़िता ने घटना के पांच महीने बाद मामला दर्ज कराया। इसलिए डीएनए टेस्ट अभी नहीं लिया जा सकता। अभी सिर्फ पॉलीग्राफ या नार्को टेस्ट ही लिया जा सकता है।
उधर कुलदीप सिंह के रिश्तेदारों ने पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। उनके रिश्तेदार निपेंदर सिंह का कहना है कि इससे ही सच्चाई सामने आएगी। निपेंदर सिंह ने कहा कि सेंगर बेकसूर हैं। हम लोगों ने उनका व्यवहार देखा है। अगर उन्होंने कुछ गलत किया है तो वैज्ञानिकता के आधार पर सबूत मिल जाएंगे। पीड़िता ने घटना के पांच महीने बाद मामला दर्ज कराया। इसलिए डीएनए टेस्ट अभी नहीं लिया जा सकता। अभी सिर्फ पॉलीग्राफ या नार्को टेस्ट ही लिया जा सकता है।
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वहीं सीबीआई की दूसरी टीम सड़क दुर्घटना के 12 वें दिन गुरुवार को ट्रक के ड्राइवर आशीष पाल और क्लीनर मोहन श्रीवास को लेकर कानपूर रोड स्थित मौरंग मंडी पहुंची जहां यह पता लगाया कि दोनों के किस दुकान पर मौरंग उतारी थी। सीबीआई ने ट्रक ड्राइवर और क्लीनर को दुकान में मौजूद कर्मचारियों से आमना-सामना करवाया, जिससे बात सच साबित हुई है।
वहीं सीबीआई की दूसरी टीम सड़क दुर्घटना के 12 वें दिन गुरुवार को ट्रक के ड्राइवर आशीष पाल और क्लीनर मोहन श्रीवास को लेकर कानपूर रोड स्थित मौरंग मंडी पहुंची जहां यह पता लगाया कि दोनों के किस दुकान पर मौरंग उतारी थी। सीबीआई ने ट्रक ड्राइवर और क्लीनर को दुकान में मौजूद कर्मचारियों से आमना-सामना करवाया, जिससे बात सच साबित हुई है।
क्या हुआ पिछले दो सालों में- 11 से 20 जून 2017- कुलदीप सेंगर, उनके भाइयों पर महिला ने सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया
3 अप्रैल 2018 – सेंगर के भाई और उनके गुर्गों पर पीड़िता के घर में घुसकर पिता की बर्बरतापूर्वक पिटाई करने का लगा आरोप लगा।
5 अप्रैल 2018 – आर्म्स एक्ट में पीड़िता के पिता को गिरफ्तार किया गया, 14 दिन की हिरासत में भेजा गया।
9 अप्रैल 2018- पिता की पुलिस हिरासत में हुई संदिग्ध मौत
12 अप्रैल 2018 – मामला ने तूल पकड़ा, सीबीआई को सौंपी गई जांच, विधायक को लिया गया हिरासत में
18 अप्रैल 2018- पिता पर एफआईआर फर्जी पाई गई
19 अप्रैल 2018 – विधायक के पास से वाई श्रेणी सुरक्षा हटाई गई
1 मई 2018 – पीड़िता के परिवार ने पुलिस पर लगाया आरोप, कहा- केस सीबीआई को सौंपने से पहले सेंगर को बचाने की नीयत से शिकायत बदली गई।
2 मई 2018- इलाहाबाद हाईकोर्ट में सीबीआई ने सीलबंद लिफाफे में अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश की
8 मई 2018- सीबीआई को विधायक के खिलाफ मिले सबूत, उन्नाव से सीतापुर जेल किया शिफ्ट
17 मई 2018 – सीबीआई ने पीड़िता के पिता की हिरासत में मौत के मामले में दो पुलिस अधिकारियों को किया गिरफ्तार.
21 मई 2018 – पीड़िता के पिता को आर्म्स एक्ट के झूठे केस में फंसाने में सेंगर की संलिप्तता के मिले सबूत मिले। इसके बाद करीब एक साल मामला शांत रहा.
28 जुलाई 2019- पीड़िता, मौसी, चाची और वकील भीषण सड़क हादसे के हुए शिकार, चाची और मौसी की हुई मौत, पीड़िता और वकील की हालत गंभीर.
3 अप्रैल 2018 – सेंगर के भाई और उनके गुर्गों पर पीड़िता के घर में घुसकर पिता की बर्बरतापूर्वक पिटाई करने का लगा आरोप लगा।
5 अप्रैल 2018 – आर्म्स एक्ट में पीड़िता के पिता को गिरफ्तार किया गया, 14 दिन की हिरासत में भेजा गया।
9 अप्रैल 2018- पिता की पुलिस हिरासत में हुई संदिग्ध मौत
12 अप्रैल 2018 – मामला ने तूल पकड़ा, सीबीआई को सौंपी गई जांच, विधायक को लिया गया हिरासत में
18 अप्रैल 2018- पिता पर एफआईआर फर्जी पाई गई
19 अप्रैल 2018 – विधायक के पास से वाई श्रेणी सुरक्षा हटाई गई
1 मई 2018 – पीड़िता के परिवार ने पुलिस पर लगाया आरोप, कहा- केस सीबीआई को सौंपने से पहले सेंगर को बचाने की नीयत से शिकायत बदली गई।
2 मई 2018- इलाहाबाद हाईकोर्ट में सीबीआई ने सीलबंद लिफाफे में अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश की
8 मई 2018- सीबीआई को विधायक के खिलाफ मिले सबूत, उन्नाव से सीतापुर जेल किया शिफ्ट
17 मई 2018 – सीबीआई ने पीड़िता के पिता की हिरासत में मौत के मामले में दो पुलिस अधिकारियों को किया गिरफ्तार.
21 मई 2018 – पीड़िता के पिता को आर्म्स एक्ट के झूठे केस में फंसाने में सेंगर की संलिप्तता के मिले सबूत मिले। इसके बाद करीब एक साल मामला शांत रहा.
28 जुलाई 2019- पीड़िता, मौसी, चाची और वकील भीषण सड़क हादसे के हुए शिकार, चाची और मौसी की हुई मौत, पीड़िता और वकील की हालत गंभीर.