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बता दें कि रायबरेली में सड़क दुर्घटना हुई जिसमें पीड़िता की मौसी के साथ-साथ चाची की मौत हो गई। मृत चाची को लखनऊ में मोर्चरी में रखा गया है और अभी तक अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है। चाचा को पैरोल मिलने के बाद अब अंतिम संस्कार होने का रास्ता साफ हो गया है। इस बीच तमाम पार्टी के लोग पीड़ित परिवार से मिलने के लिए लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। समाजवादी पार्टी (Samajwwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh yadav), डीसीडब्ल्यू की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल समेत राष्ट्रीय महिला आयोग (National Women Commission) की सचिव ज्योति सिंघल भी पीड़ितों से मिलने के लिए ट्रामा सेंटर में पहुंचीं।
चाचा जेल से उन्नाव रवाना
माखी दुष्कर्म पीड़िता के चाचा को बुधवार की अलसुबह 5:10 पर उन्नाव ले गई पुलिस। वह वहां पत्नी की अंत्येष्टि में शामिल होंगे। उन्हें आज दिनभर के लिए पैरोल मिली है। हालांकि स्थानीय पुलिस ने यह कहा था कि पीड़िता के चाचा को 7-8 बजे के बीच ले जाया जाएगा। मगर मीडिया से बचाने के लिए और लखनऊ प्रशासन (Lucknow Administration) के दिशा निर्देश पर 5:10 पर ही उसे जेल से निकालकर उन्नाव ले जाया गया। दुष्कर्म पीड़िता के चाचा रायबरेली के जिला जेल में किसी एक अन्य मामले में बंद हैंं। उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता के रायबरेली जेल में बंद चाचा को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने एक दिन की पैरोल दी है। कोर्ट ने उसे बुधवार सुबह छह से रात 12 बजे तक की पैरोल मंजूर की है। इसके चलते अब अंतिम संस्कार बुधवार को होगा।