जब कुलदीप सेंगर के भाई ने यूपी पुलिस के DSP को मारी गोली, पेट में जाकर धंसी, यूपी की राजनीति में मचा था हड़कंप
वेंटिलेटर से हटाते ही हालत बिगड़ी वहीं दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की तरफ से उन्नाव गैंगरेप पीड़ित की मेडिकल रिपोर्ट तलब करने, मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों से उसे एयरलिफ्ट (Airlift) कराने और उसका इलाज केजीएमयू (KGMU) में संभव है या नहीं? इन तमाम सवालों के बारे में पूछताछ के बाद गठित केजीएमयू मेडिकल बोर्ड (KGMU Medical Board) ने पीड़िता को दिल्ली एयरलिफ्ट करने को अपनी सहमति दे दी है। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी (Dr Sandeep Tiwari) के मुताबिक रेप पीड़ित और उसके वकील की हालत स्थिर है। दोनों बिना वेंटिलेटर (KGMU Ventilator) के रह सकते हैं या नहीं? इसकी जांच के लिए दोपहर में वेंटिलेटर हटाया गया था। लेकिन कुछ मिनट बाद ही दोनों की हालत बिगड़ने लगी तो उन्हें फिर वेंटिलेटर सपोर्ट (Ventilator Support) दिया गया। कुछ देर बाद फिर वेंटिलेटर हटाकर परीक्षण किया गया, लेकिन इस बार भी दोनों की हालात बिगड़ गई। इसलिए दोनों को वापस वेंटिलेटर पर ही रखा गया है।
दिल्ली एयरलिफ्ट कराने की दी सहमति डॉ. संदीप तिवारी (Dr Sandeep Tiwari) बताया कि आज फिर उन्नाव गैंगरेप पीड़ित (Unnao Gangrape Case Victim) और उसके वकील को वेंटिलेटर से हटाकर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रख जाएगा। उसके बाद हम देखेंगे की दोनों की बॉडी कैसा रिस्पांस दे रही है। वहीं दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के सवाल-जवाब के बाद गठित छह सदस्यीय मेडिकल बोर्ड (Medical Board) ने उन्नाव गैंगरेप पीड़ित और उसके वकील को दिल्ली एयरलिफ्ट (Delhi Airlift) करने की सहमति दे दी है। हालांकि उन्होंने कहा है कि दोनों का उपचार केजीएमयू में ही किया जा सकता है। फिलहाल केजीएमयू प्रशासन (KDMU Administration) ने सुप्रीम कोर्ट (SC) के दोनों सवालों के जवाब और पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट भेज दी है। मेडिकल बोर्ड में ट्रॉमा सर्जरी (Trauma Surgery) और ट्रॉमा वेंटिलेटर यूनिट (Ventilator Unit) के डॉक्टर, ट्रॉमा सेंटर प्रभारी, ट्रॉमा सेंटर एमएस और केजीएमयू सीएमएस (KGMU CMS) शामिल हैं।
ASP के सामने छलका एक छात्रा का दर्द, बोली- उन्नाव पीड़ित की तरह ही अगर किसी ने हमारा भी करा दिया एक्सीडेंट, तो…?
सुप्रीम कोर्ट ने दिया ये फैसला वहीं इससे पहले गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने बेहद सख्त रुख अपनाते हुए इस मामले से जुड़े सभी केस दिल्ली (Delhi) ट्रांसफर कर दिये। साथ ही इस मामले के ट्रायल को 45 दिनों में पूरा करने के साथ ही एक्सीडेंट की जांच को 7 दिन में पूरा करने का आदेश सुनाया। वहीं इस बीच सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गुरुवार देर शाम पीड़ित परिवार को सीआरपीएफ सुरक्षा और 25 लाख के मुआवजे का चेक भी दिया गया। यह तो था इस केस से जुड़ा अब तक का अपडेट, अब आपको बतातें हैं उन्नाव गैंगरेप मामले के मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर (MLA Kuldeep Singh Sengar) के उस साम्राज्य की, जहां उसके डर का बोलबाला था।