संतों पर कार्रवाई पर फैसला नहीं
श्रीमहंत हरिगिरी के मुताबिक जेल में कुख्यात बदमाश पीपी को दीक्षा देने वालों में कुछ फर्जी संत शामिल थे। दशनामी (जूना अखाड़ा) के केवल दो-तीन संत उनके साथ थे। उन्होंने बताया कि दीक्षा खत्म कर अंडरवर्ल्ड डॉन को अखाड़े से बाहर कर दिया गया है। उनके मुताबिक दीक्षा देने में शामिल अखाड़े के संतों पर कार्रवाई पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। इस मामले में सरकार के स्तर पर भी जांच चल रही है। संबंधित खबर:- कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी को महंत बनाने से साधु-संत हैरान, बड़ी साजिश की आशंका