आशा ज्योति केंद्र की एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर अर्चना सिंह के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) के जरिये चलाए जा रहे कवच अभियान के जरिये उन्हें इस प्रकरण की जानकारी हुई। इसके बाद उन्होंने आरोपित की बड़ी बेटी (22) से संपर्क किया। काफी काउंसलिंग के बाद उसने अपने पिता की करतूत के बारे में बताया। इसके बाद टीम ने छानबीन कर योजना के तहत साक्ष्य संकलन किए और पीड़ित बहनों को उनके घर से रेस्क्यू किया। पीड़ित बड़ी बहन ग्रेजुएशन कर रही है और छोटी बहन 14 साल की है। बड़ी बेटी ने 11 अगस्त, 2019 को केंद्र को पत्र लिखकर बताया था कि जब वह छह साल की थी तबसे ही उसके पिता उसके साथ अश्लील हरकतें करता था। कुछ साल बाद छोटी बहन को भी अपनी हवस का शिकार बनाया। समय के साथ यह सिलसिला बढ़ता गया। बड़ी बहन के मुताबिक, इस पूरी घटना की जानकारी मां को सालों से थी। लेकिन मां समाज का भय दिखाकर बेटियों को खामोश कर देती थी।
गर्भवती हुई थी बेटी डीपीओ सुधाकर शरण पांडेय ने बताया कि रेस्क्यू कराई गई लड़कियों के बयान के आधार पर पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज करने की सूचना संबंधित थाने को दी जा चुकी है। प्रभारी निरीक्षक चिनहट सचिन कुमार सिंह के मुताबिक, आरोपी पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पीड़िताओं के अनुसार मां उनके विरोध करने पर उन्हें धमकाती थी। पिता की हरकतों पर रोक लगाने के बजाए मदद करती थी। आशा ज्योति केंद्र को लिखे पीड़िता के पत्र के मुताबिक, पिता की हरकतों की वजह से बड़ी बेटी 5-6 बार गर्भवती हुई, लेकिन मां ने हर बार गोली खिलाकर मुंह बंद करा दिया। पिता की हरकतों की शिकायत पीड़िता ने अपने ननिहाल में भी की। लेकिन वहां भी सभी ने बदनाम की डर दिखाकर उसे चुप करा दिया। पड़ोस में रहने वाली महिला ने आवाज उठाने की हिम्मत दी लेकिन कोई सहारा न मिलने पर दोनों बहनें चुप रहीं। आशा ज्योति केंद्र की प्रभारी अर्चना सिंह के मुताबिक, कवच कार्यक्रम के दौरान उनकी मुलाकात पीड़ित बड़ी बहन से हुई जहां उन्हें उनके पिता की दरिंदगी के बारे में पता चला। इसके बाद बड़ी बहन ने पत्र लिखकर खुद को और छोटी बहन को न्याय दिलाने की गुहार लगाई। पुलिस ने पिता के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, पिता की हरकत में साथ देने वाली मां के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
वर्दी में मत जाना घर पिता को गिरफ्तार करने गए पुलिसकर्मियों से बेटियों ने अपील की कि वर्दी में घर मत जाना। समाज के डर से ज्यादा उन्हें पिता के गुस्से का डर है। पीडि़ता ने कहा कि वर्दी में जाने पर आसपास के लोग तरह तरह के सवाल करेंगे। उधर, चिनहट पुलिस ने देर रात आरोपित के घर पर दबिश दी और उसे गिरफ्तार कर लिया।