उत्तरप्रदेश की सरकार ऐसी सरकार है कि सरकार में बैठे अपराधियो पर कार्यवाही तभी होती है जब कोर्ट का डंडा चलता है हाल ही में लखीमपुर में किसानों की निर्मम हत्या पर नीरज राय ने आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि पिछले दस महीनों से किसान आंदोलन को रौदने का कुप्रयास करके कुछ हासिल नही हुआ तो अब इनके ही मंत्री व उनके परिजन किसानों को अपने गाड़ियों के नीचे कुचलना शुरू कर दिए उसके बाद भी दोषियों पर कार्यवाही करने की बजाय पूरा अमला बचाव में उतर जाता है ,जब सुप्रीमकोर्ट के आदेश पर ही सब कुछ किया जाना है तो जरूरत क्या है ऐसी जनता विरोधी सरकार की ।
उत्तरप्रदेश में आगामी विधानसभा का चुनाव लड़ने के सवाल पर नीरज राय ने कहा कि अभी हमारा पूरा ध्यान संगठन के विस्तार में लगा हुआ है जब संगठन का विस्तार होगा तब केंद्रीय समिति के निर्देशानुसार निर्णय लिया जाएगा और आम जनता की जरूरतों को ध्यान में रखकर कोई भी योजना बनाई जा रही है ताकि पo बंगाल में जिस तरह जननेत्री ममता बनर्जी जी को उनके जनता के प्रति सेवा भाव की वजह से ही जनता ने तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाया उसी तरह जनहित में ही काम पूरे उत्तरप्रदेश और देश मे करने का कार्य शुरू हो चुका है।