लखनऊ की शान टुंडे कबाब मुगलिया खाने की पहचान लखनऊ के टुंडे कबाब यूं तो पूरी दुनिया में फेमस है। नॉनवेज खाने के शौकीनों में जितनी शोहरत टुंडे कबाब ने पाई है उतनी हैदराबादी बिरयानी या किसी अन्य व्यंजन ने नहीं। लखनऊ के लजीज टुंडे को खाने लोग दूर-दूर से आते हैं। राजधानी में टुंडे कबाब की सबसे पुरानी दुकान चौक के अकबरी गेट के पास एक गली में है। इसमें बड़े (भैंस) और छोटे (बकरे) के गोश्त का इस्तेमाल होता है। इसमें कई तरह की जड़ी बूटियों के साथ ही 135 तरह के मसालों का इस्तेमाल होता है। इसे गिलावटी कबाब भी कहा जाता है।
बनारस का पान और लस्सी हर घर फेमस बाबा भोलेनाथ की नगरी कही जाने वाली वाराणसी यूं तो काशी विश्वनाथ मंदिर और घाट के लिए जानी जाती है। लेकिन यह शहर अपने खानपान के लिए भी काफी फेमस है। बनारसी पान पर बकायदा गाना बना है। कई सेलेब्रिटीज जैसे आमिर खान, ऋतिक रोशन, अनिल कपूर ने बकायदा यहां की चाट और लस्सी का लुत्फ लिया है। बनारस की पहलवानी लस्सी पूरे शहर में फेमस है। इसका नाम पहलवानी लस्सी इसलिए पड़ा क्योंकि इसे बनाने वाले की कद काठी पहलवान जैसी थी। यह लस्सी बनती है दूध, दही और ठंडई से। यहां भांग वाली लस्सी भी लोग बड़े चाव से पीते हैं। पूरे बनारस में पहलवानी लस्सी के नाम से कई दुकाने मिलेंगी लेकिन असली वाली लंका चौक पर है। कभी वाराणसी जाइये तो पहलवानी लस्सी का आनंद जरूर लें। पान और लस्सी के अलावा बनारस में लौंगलता, टमाटर चाट और मलईयो भी फेसम है।
बहराइच का मशहूर बरसोला बहराइच का मशहूर मिष्ठान है यहां का बरसोला जो कि दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। बरसोला बनाने से पूर्व चीनी से चाश्नी तैयार की जाती है। इसे तैयार करने में करीब दो घंटे लगते हैं फिर ठंडा किया जाता है। ठंडा होने के बाद लकड़ी में बांध खींच कर इसे काटने लायक तैयार किया जाता है। यह मिठाई सिर्फ बहराइच में ही बनती है और दूसरे शहरों में भेजी जाती है। बरसोले कि सबसे बड़ी ख़ासियत यही है कि बहराइच में बनने वाले बरसोले का वजन 1 से लेकर 5 किलो तक के होते हैं, जो देखने में वजनदार लेकिन खाने में बड़े घुलनशील होते हैं। गर्मी के मौषम में लोग इसे खाकर पानी पीने में इस्तेमाल करते हैं।
आगरा के पेठे ताजनगरी आगरा पेठे के लिए फेमस है। दुनियाभर से ताज का दीदार करने आने वाले लोग यहां के पेठे का आनंद लेना नहीं भूलते। आगरा में पेठे की ढेरों वरायटी मिलती है जैसे- सूखा पेठा, अंगूरी पेठा, पान पेठा, केसर पेठा, सैंडविच पेठा, नारियल पेठा आदि। बिना ताज के दीदार के जिस तरह अगरा की यात्रा अधूर है, उसी तरह बिना यहां के पेठा खाए आगरा जाना व्यर्थ है।
मथुरा के पेड़े श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा पेड़े के लिए भी जानी जाती है। मथुरा के पेड़े नहीं खाए, तो आपका यहां आना सफल नहीं माना जाता। मथुरा में बृजवासी मिठाई वाला और बृजवासी पेड़े वाले की दुकान पेड़ों के लिए फेमस है।
इलाहाबादी तहरी संगम नगरी इलाहाबाद की तहरी यहां की शान है। यह चावल में कई सारी सब्जियों को मिलाकर बनाई जाती है, जिससे कि इसका स्वाद बढ़ जाता है। रामपुर का कोरमा
रामपुर का कोरमा भी काफी फेमस है। यह रामपुर घराने के चर्चित खानपान में से एक है। इसे बनाने में कम समय लगता है और स्वाद के मामले में यह दूसरे कोरमा से अलग होता है। यह मटन, दही, केसर, इलायची, आदि से बनकर तैयार होने वाली एक स्वादिष्ट डिश है।
उरई के गुलाब जामुन उरई रेलवे स्टेशन पर मिलने वाले गुलाब जामुन काफी फेमस हैं। कानपुर के उरई रेलवे स्टेशन से गुजरने वाला शायद ही कोई ऐसा यात्री होगा जिसने मिट्टी के बर्तन में बनने वाले उरई के गुलाब जामुन नहीं खाए। उरई रेलवे स्टेशन के गुलाब जामुन यात्रियों के लिए बेहद खास होते हैं। अपनी गुणवत्ता के लिये पहचान रखने वाले गुलाब जामुन बहुत पहले से मशहूर रहे हैं। यहां रेलवे स्टेशन पर गुलाब जामुन आजादी के पहले से बिकते हैं।
ठग्गू के लड्डू कानपुर आएं तो ठग्गू के लड्डू जरूर खाएं। खोया, देशी घी, मेवे से भरपूर लड्डू कानपुर आने वाले हर शख्स की पहली पसंद होता है। पिछले करीब 50 सालों से ज्यादा समय से कानपुर के लोगों को अपने स्पेशल स्वाद का कायल बनाए हुए हैं ठग्गू के लड्डू।
इमरती जो बनाती है जौनपुर को खास कहते हैं यहां जैसी इमरती होती है उसका स्वाद दूसरी किसी जगह नहीं मिलता। यहां के हर आमोखास का जायका बढ़ाने वाली बेनीराम-देवी प्रसाद के प्रतिष्ठान की इमरती का नाम आते ही इसके कद्रदानों के मुंह में पानी आ जाता है। लकड़ी की धीमी आंच पर देसी चीनी (खांडसारी), देसी घी व उड़द की दाल की बेस पर विशेष विधि से बनाई जाने वाली यहां की इमरती देश की नामचीन हस्तियों को तो छोडि़ए विदेश में भी रहने वाले तमाम लोगों की खासा पसंदीदा है।
मेरठ के घेवर सावन का महीना आते ही मेरठवासियों को घेवर का इंतजार रहता है। सावन के मौसम की स्पेशल मिठाई घेवर काफी फेमस है। वैसे बाजारों में दो तरह के घेवर बिकते हैं। एक सादा मीठा घेवर और दूसरा मावा युक्त घेवर। यह घेवर पूरे मेरठ में सावन के दौरान सबसे ज्यादा बिकते हैं।
बाटी चोखा यूं तो बाटी चोखा बिहार का मशहूर है लेकिन बनारसी बाटी चोखा भी कम नहीं। देशी घी में डूबी सत्तू भरी बाटी के साथ खास मसाले से तैयार चोखा और उसके साथ तला हुआ मिर्च, वाकई स्वाद को दोगुना कर देता है। वाराणसी में सिगरा के चंद्रिकानगर में ठेले पर लगने वाले ‘पॉपुलर बाटी चोखा’ पर आपको स्वादिष्ट बाटी चोखा के दीदार हो जाएंगे।
बुलंदशहर की चटपटी टिक्की बुलंदशहर की टिक्की चाट खास है। इसे आलू, ड्राइफ्रूट्स, चने की दाल, मसाले आदि के साथ तैयार किया जाता है। बुलंदशहर की ये डिश लोगों को खूब पसंद की जाती है। इसके अलावा स्टाल पर बास्केट चाट, राज कचोड़ी, भल्ला पापड़ी, दही भल्ला, गोल गप्पे, भेल पुरी, राम लड्डु, सेवपुरी आदि के कई विकल्प मौजूद हैं।
मालपुआ मालपुआ सबसे पुरानी भारतीय मिठाई है। यह न केवल भारत बल्कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल में भी काफी फेमस है। यह एक तरह का पैनकेक होता है जिसे देशी घी में तलने के बाद चाश्नी में डूबोकर निकाला जाता है। यह मिठाई उत्तर प्रदेश समेत भारत के कई हिस्सों में आसानी से मिल जाती है लेकिन सबसे बेस्ट मालपुआ पूर्वी इत्तर प्रदेश में बिकता है। इसे ड्राई फ्रूट्स से गार्निश कर या ऊपर से रबड़ी डालकर सर्व किया जाता है।
दादरी का कलाकंद अगर मीठा खाने के शौकीन हैं, तो गौतमबुद्धनगर का कलाकंद भी जरूर ट्राई करिए। इसमें दादरी का कलाकंद सबसे फेमस है। खुर्जा की खुरचन बुलंदशहर में खुर्जा की खुरचन मिठाई काफी फेमस है। दूर दराज से लोग इस मिठाई का स्वाद चखने आते हैं। इसके अलावा बुलंदशहर के समोसे और जलेबी भी प्रसिद्ध हैं।
बेडमी पूड़ी नमकीन के शौकीनों को बेडमी पूड़ी काफी पसंद आएगी। गाजियाबाद के सिहानी गेट पर मिलने वाली बेडमी पूड़ी और उसके साथ सर्व की जाने वाली सब्जी व चटनी का गजब का स्वाद होता है।
बागपत की बालूशाही वैसे तो बालूशाही लगभग हर जगह मिलती है लेकिन बागपत की बालूशाही की बात ही अलग है। बागपत के टीटरी में बगत जी की बालूशाही पूरे शहर में फेमस है। इसकी वजह है इस मिठाई का स्वादिष्ट होने के साथ-साथ मुलायम होना।
मुरादाबादी दाल यूपी के मुरादाबाद में मूंग की दाल बहुत फेमस है। इसे मुरादाबादी दाल के नाम से जाना जाता है। इसे स्वादिष्ट और चटपटा बनाने के लिए नींबू, प्याज, टमाटर समेत कुछ मसालों का इस्तेमाल किया जाता है।
इटावा की रसभरी जलेबी इटावा की जलेबी को रसभरी भी कहा जाता है। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को यहां के सुरेश यादव के हाथों से बनी जलेबियां काफी पसंद हैं। बलदेव मिष्ठान भंडार की जलेबी चर्चित मिठाई है।