ये भी पढ़ें- कुलदीप सेंगर को लेकर आई बड़ी खबर, कोर्ट के इस फैसले ने बढ़ाई मुसीबत शांतिपूर्ण धरना दे रहे समाजवादी कार्यकर्ताओं पर आज प्रशासन ने कई जगह बल प्रयोग किया जिसमें बड़ी संख्या में लोग घायल हुए। समाजवादी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि अमरोहा, अलीगढ़, गोरखपुर में पुलिस प्रशासन ने धरना दे रहे लोगों से दुव्र्यवहार किया। जिला प्रशासन के निर्देश पर पुलिस ने धरना स्थल से टेंट उखाड़ दिए, माइक छीन ले गए और दरियां भी हटा दीं। गोरखपुर में पुलिस ने लाठी चार्ज किया। एक हजार कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए। लखनऊ में पुलिस ने समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं पर लाठियां चलाईं जिसमें कई महिलाएं घायल हो गईं। पुलिस और प्रशासन का रवैया पूर्णतया अलोकतांत्रिक और दमनात्मक रहा। सरकार बदले की भावना से काम करते दिखाई दी।
ये भी पढ़ें- सपा सांसद का कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ बहुत बड़ा बयान समाजवादी पार्टी मुख्यालय में प्राप्त जानकारी के अनुसार इटावा में प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रो0 रामगोपाल यादव के नेतृत्व में लोग धरना पर बैठे। बलिया में नेता विरोधी दल विधानसभा रामगोविन्द चौधरी, फतेहपुर में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, लखीमपुर में सांसद रवि वर्मा, लखनऊ में राष्ट्रीय महासचिव इन्द्रजीत सरोज के नेतृत्व में धरना में हजारों की संख्या में जन भागीदारी रही।
ये भी पढ़ें- घर खरीदारों के लिए बड़ी खुशखबरी, रियल स्टेट में फंसा रुपया ऐसे मिलेगा वापस, सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि आज समाजवादी पार्टी के शांतिपूर्ण धरना पर पुलिस द्वारा अकारण बल प्रयोग से साबित हो गया है कि भाजपा सरकार जनता और विपक्ष की आवाज को कुचलना चाहती है। प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है, किसान त्रस्त है, नौजवान बेकारी में दिन काट रहे हैं, गरीब की कहीं सुनवाई नहीं है, पुलिस फर्जी एनकाउण्टर कर रही है। महिलाएं एवं बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं। भ्रष्टाचार बढ़ा है। विकास अवरूद्ध है, समाजवादी पार्टी इन तमाम जन समस्याओं की ओर सरकार का ध्यान दिलाना चाहती है।
चौधरी ने कहा कि उन्नाव की रेप पीड़िता को न्याय मिले, मिर्जापुर-सोनभद्र में आदिवासियों को उनकी जमीन का पट्टा मिले, रामपुर में मोहम्मद आजम खां का उत्पीड़न बंद हो सहित 25 सूत्रीय मांगों को लेकर आज समाजवादी पार्टी द्वारा धरना दिया गया और जिलाधिकारी को महामहिम राज्यपाल महोदया को सम्बोधित ज्ञापन दिया गया। प्रदेश में जंगलराज है। भाजपा सरकार का रवैया पूर्णतया अलोकतांत्रिक और जनविरोधी है। अब इसे और ज्यादा सहन नहीं किया जाएगा। अनन्तकाल तक जनता के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।