असद को ढेर करने वाली टीम में 2 डीएसपी, 2 इंस्पेक्टर, 1 सब इंस्पेक्टर, 4 हेड कांस्टेबल, और 2 कमांडों शामिल रहे। टीम में DSP नवेंदु कुमार और DSP विमल कुमार सिंह के अलावा इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह और ज्ञानेंद्र कुमार राय, सब इंस्पेक्टर विनय तिवारी, हेड पंकज तिवारी, सोनू यादव, सुशील कुमार, और भूपेंद्र कुमार शामिल थे। इसके साथ STF की इस टीम में कमांडो अरविंद कुमार और दिलीप कुमार यादव भी थे। इन 12 लोगों की टीम ने मिलकर असद और गुलाम को मार गिराया।
यूपी एसटीएफ ने बताया कि असद अपने साथी के साथ दिल्ली से राजस्थान के अजमेर में चला गया। यूपी एसटीएफ सारे इनपुट को तलाश रही थी। इसी सिलसिले में एसटीएफ असद के लोकेशन को पता कर रही थी। इसी बीच एसटीएफ को असद और गुलाम की लोकेशन झांसी के बड़ा गांव और चिर गांव के बीच में मिली।
झांसी पुलिस और यूपी एसटीएफ की टीम ने असद और गुलाम को घेर लिया और उन्हें सरेंडर करने को कहने लगी। दोनों ने खुद को सरेंडर करने के बजाय पुलिस पर फायर करना शुरु कर दिया। पुलिस ने जवाबी कारवाई में असद और गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस को असद और गुलाम के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार, ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर 455 बोर, वाल्थर पी 88 पिस्टल 7.63 बोर बरामद की गई. एक बाइक भी दोनों के पास मिली है
उमेश पाल हत्याकांड को असद ने किया था लीड
बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की इस साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड को असद ही लीड कर रहा था। पुलिस उसे पिछले डेढ़ महीने से खोज रही थी, लेकिन वह पुलिस को चकमा देते हुए फरार था। आज आख़िरकार पुलिस को उसके झांसी में होने की भनक लगी और STF की टीम ने उसका एनकाउंटर कर दिया। जानकारी के मुताबिक मारे गए असद और गुलाम के पास से पुलिस को विदेशी अत्याधुनिक हथियार भी बरामद हुए हैं।