लेकिन किसे मालूम था कि यह चुनावी रंजिश कृष्णानंद राय की निर्मम हत्या की वजह बन जाएगी। मुख्तार अंसारी गैंग ने 29 नवम्बर 2005 को करीब 500 राउंड गोलियां बरसाकर भाजपा विधायक कृष्णांनद राय समेत 7 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।
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इस सनसनीखेज हत्याकांड से पूरा पूर्वांचल थर्रा गया था। हत्याकांड के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह (वर्तमान रक्षा मंत्री) वाराणसी में धरने पर बैठ गए थे। हत्याकांड में मुन्ना बजरंगी का भी आया था नामकृष्णानंद राय हत्याकांड में मुख्तार के गुर्गे मुन्ना बजरंगी का नाम सामने आया था। पुलिस ने इस मामले में उसी समय खुलासा किया था कि मोहम्दाबाद सीट से कृष्णानंद की जीत मुख्तार और अफजाल को खुली चुनौती जैसी लगी और इसी के परिणाम स्वरूप भाजपा विधायक कृष्णानंद राय और उनके सहयोगियों को जान गंवानी पड़ी थी। इस हत्या का आरोप सीधे तौर पर मुख्तार अंसारी पर लगा था।
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