13 फरवरी 1964 को मिर्जापुर के ओरी गांव में जन्में स्वतंत्र देव सिंह को माता-पिता से जो नाम मिला था, वो था- कांग्रेस सिंह। स्वतंत्र देव सिंह छात्र रहते हुए ही RSS और ABVP से जुड़ गए। ऐसे में दिनभर कांग्रेस के खिलाफ राजनीति करना कांग्रेस नाम के आदमी के लिए मुश्किल हो रहा था। RSS के कार्यक्रमों में भी उनको ये नाम असहज करता था।
80 के दशक में ग्रेजुएशन करते हुए ही स्वतंत्र देव सिंह ने छात्र राजनीति शुरू कर दी थी। ग्रेजुएशन करते हुए 1986 में वो RSS के प्रचारक बन गए। इसके बाद ABVP और फिर उनकी भाजपा में एंट्री हुई।
2022 में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने वापसी की तो स्वतंत्र देव सिंह सगंठन से सरकार की तरफ आए। उनको कैबिनेट मंत्री बनाया गया और जल शक्ति मंत्रालय सौंपा गया। स्वतंत्र देव सिंह कुर्मी जाति से आते हैं। उनको मौजूदा भाजपा सरकार में पिछड़ों का अहम चेहरा माना जाता है।