स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया हैंडल ‘X’ पर लिखा, “पहले हरियाणा, जम्मू कश्मीर, महाराष्ट्र एवं झारखंड सहित चार प्रदेशों का विधानसभा चुनाव एक साथ होना था किन्तु निर्वाचन आयोग एक साथ चुनाव सम्पादित नहीं करा पाया। दो-दो प्रदेशों का अलग-अलग चुनाव घोषित किया, जिसमें अब महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा की चुनावी अधिसूचना जारी हुई है। ठीक इसी तरह उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभाओं पर उपचुनाव एक साथ होने थे, किन्तु 9 विधानसभाओं के उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित हुआ, जबकि मिल्कीपुर विधानसभा का उपचुनाव शामिल नहीं है।
‘पूरे देश का आम चुनाव एक साथ कैसे सम्भव’
उन्होंने आगे लिखा, “ऐसा प्रतीत होता कि निर्वाचन आयोग सत्ता पक्ष की सुविधा को ध्यान में रखकर चुनावी अधिसूचना जारी करती है। केन्द्र सरकार के वन नेशन- वन इलेक्शन फार्मूले का क्या होगा जब चार प्रदेशों का चुनाव एक साथ नहीं हो सकता। यूपी के 10 विधानसभाओं के उपचुनाव एक साथ नहीं हो सकते, तो पूरे देश का आम चुनाव एक साथ कैसे संभव हो सकेगा?” यह भी पढ़ें
UP में NDA-INDIA के बीच होगी कांटे की टक्कर, समझिए 9 सीटों का चुनावी समीकरण
बहराइच हिंसा पर भी बोले स्वामी प्रसाद मौर्य?
बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा को लेकर स्वामी प्रसाद ने लिखा, “मृतक परिवारों से मिलने में आखिर भेदभाव क्यों? बहराइच घटना में मृतक गोपाल मिश्रा के परिवार से मुख्यमंत्री योगी तो मिले किन्तु लखनऊ स्थित विकास नगर थाने की पुलिस की पिटाई से मौत के शिकार मृतक अमन गौतम की विधवा व परिवार से मुलाकात करना भूल गए। कहीं यह भेदभाव इसलिए तो नहीं, कि एक ब्राह्मण है, दूसरा दलित ? यह भी पढ़ें