कार समेत कारोबारी को किया गया था अगवा
अतीक के गुर्गों ने कारोबारी को लखनऊ से कार समेत अगवा कर देवरिया जेल पहुंचाया। जहां अतीक की सात नंबर बैरक में बंद कर उसे पीटा गया। इस दौरान अतीक ने जबरन व्यापारी से स्टांप पर साइन करवाकर 45 करोड़ की संपत्ति और कारोबारी की कार हड़प ली गई। कृष्णानगर थाने में इसकी एफआईआर दर्ज की गई थी।
अतीक के गुर्गों ने कारोबारी को लखनऊ से कार समेत अगवा कर देवरिया जेल पहुंचाया। जहां अतीक की सात नंबर बैरक में बंद कर उसे पीटा गया। इस दौरान अतीक ने जबरन व्यापारी से स्टांप पर साइन करवाकर 45 करोड़ की संपत्ति और कारोबारी की कार हड़प ली गई। कृष्णानगर थाने में इसकी एफआईआर दर्ज की गई थी।
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पुलिस ने जांच के बाद पप्पू को उसके गोमतीनगर स्थित आवास से गिरफ्तार कर जेल भेजा। साथ ही कारोबारी की लग्जरी कार भी बरामद की थी। बाद में इस मामले की जांच सीबीआई ने की। इस केस का अभी सीबीआई कोर्ट में ट्रायल चल रहा है और पप्पू लखनऊ जेल में बंद है। लखनऊ के इस कारोबारी ने दर्ज कराया था यह मुकदमा
लखनऊ के रिएल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल ने साल 2018 में कृष्णानगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें बताया था कि 26 दिसंबर 2018 को सुल्तानपुर निवासी पप्पू उर्फ गुलाम मुइनुद्दीन समेत चार लोगों ने उसे कार समेत अगवा कर लिया।
लखनऊ के रिएल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल ने साल 2018 में कृष्णानगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें बताया था कि 26 दिसंबर 2018 को सुल्तानपुर निवासी पप्पू उर्फ गुलाम मुइनुद्दीन समेत चार लोगों ने उसे कार समेत अगवा कर लिया।
यह भी पढ़ें : अतीक के तीन करोड़ रुपए हड़पने वाले को उठाया, हत्या से पहले बातचीत के मिले सबूत दर्ज रिपोर्ट के अनुसार आरोपी मोहित जायसवाल को देवरिया जेल लेकर गए। जहां बैरक नंबर सात में बंद अतीक अहमद ने उसकी पिटाई की। बाद में उसकी 45 करोड़ संपत्ति हथियाने के लिए जबरन स्टांप पेपर पर साइन करवा लिए। इसके बाद अतीक के गुर्गों ने कारोबारी की कार भी छीन ली थी।
4 अप्रैल 2017 को नैनी से देवरिया जेल पहुंचा था अतीक
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार देवरिया से पहले अतीक अहमद नैनी जेल में बंद था। नैनी जेल से उसे 4 अप्रैल 2017 को देवरिया जेल ट्रांसफर किया गया था। देवरिया जेल में उसे बैरक नंबर सात में रखा गया था। यहां भी अतीक ने अपना जाल फैलाया और यहीं से काले कारनामों को अंजाम देना शुरू कर दिया।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार देवरिया से पहले अतीक अहमद नैनी जेल में बंद था। नैनी जेल से उसे 4 अप्रैल 2017 को देवरिया जेल ट्रांसफर किया गया था। देवरिया जेल में उसे बैरक नंबर सात में रखा गया था। यहां भी अतीक ने अपना जाल फैलाया और यहीं से काले कारनामों को अंजाम देना शुरू कर दिया।
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