लखनऊ. देश के सबसे बड़े सियासी परिवार में कलह चरम पर है। समाजवादी पार्टी अखिलेश और मुलायम दो गुटों में बंट चुकी है। समर्थक अपने नेताओं को सीएम और पीएम बनाने के लिए कोई हवन करता है तो कोई कुछ और। बरेली के प्रमोद यादव कद में जरूर छोटे हैं, लेकिन वह अखिलेश के बड़े समर्थक हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री बनाने के लिए आजीवन ब्रह्मचर्य का व्रत ले रखा है। मतलब अगर मुख्यमंत्री अखिलेश प्रधानमंत्री न बने तो वो जिंदगी भर कुंआरे ही रहेंगे। शादी के बारे में पूछे जाने पर 44 साल के एमए, एलएलबी तक पढ़े प्रमोद किसी लड़की के बारे में सोचना भी पाप समझते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी शादी समाजवादी पार्टी से हो चुकी है। अब इसी के साथ जीना और इसी के साथ मरना है। प्रमोद यादव की उम्र जरूर 44 साल है लेकिन लंबाई सिर्फ 2 फुट है। देश का प्रधानमंत्री बने अखिलेश प्रमोद यादव की मानें तो वह 2003 से समाजवादी पार्टी के साथ जुड़े हैं। अखिलेश से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि 2012 के चुनाव प्रचार के दौरान मेरी मुलाकात अखिलेश यादव से हुई थी। जहां मैं उनके विचार से बहुत प्रभावित हुआ। मुझे लगता है कि ऐसे नेता को देश का प्रधानमंत्री होना चाहिए। उनका मानना है कि अगर ब्रह्मचर्य की शक्ति और दृढ़ निश्चय से सब कुछ संभव हो सकता है। मुलायम के कहने पर पार्टी में शामिल हुआ प्रमोद ने बताया कि 2003 में बरेली में पहली बार मुलायम से मुलाकात हुई। तब मैंने उनसे निवेदन किया था कि मैं पार्टी की सेवा करना चाहता हूं। उनके कहने पर ही मैंने समाजवादी पार्टी ज्वॉइन की। उन्होंने बताया कि अखिलेश ने मुझे प्रचार की जिम्मेदारी दी। इतना ही नहीं मेरे काम से खुश होकर मुझे उपभोक्ता महासभा का अध्यक्ष बना दिया गया। अखिलेश को अध्यक्ष बनाने से खुश हैं प्रमोद सपा में मची रार से दुखी प्रमोद यादव ने कहा कि अखिलेश काम करने वाले नेता हैं। जब पार्टी मुखिया ने उन्हें सपा से निष्कासित किया तो मैंने भी अपने पदे से इस्तीफा दे दिया। अखिलेश को समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने से प्रमोद यादव काफी खुश हैं।