हस्ताक्षर की लगाई जाती है कीमत
लोगों का मानना है कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार फैला हुआ है। आपने देखा होगा कि जो सरकारी अफसर अपना ईमान बेच देते हैं। वो अफसर लोंगो का काम करने के लिए अपने हस्ताक्षर की कीमत लगाते हैं। लेकिन यह भूल जाते हैं कि उसके एक हस्ताक्षर से किसी की जिन्दगी दाव पर लगी है या नहीं।
भ्रष्ट लोगों को नहीं पड़ता है कोई भी फर्क
भ्रष्टाचार के मामले में एक हस्ताक्षर की कीमत हजार, लाख, करोड़ क्या अरबों, खरबों हो जाती है और न जाने कितने गलत काम किए जाते हैं। जिससे लोगों पर क्या बीतती हैं इससे भ्रष्ट लोगों को कोई भी फर्क नहीं पड़ता हैं। क्योंकि वो अपना हमेशा अरबों, खरबों का फायदा चाहते हैं क्योंकि उनको ऐसा लगता है कि मृत्यु के बाद भी हमारा पैसा हमारे साथ ही रहेगा। और यह भूल जाते हैं कि हमारा कर्म ही सबसे बड़ा धन है।
जब एक हस्ताक्षर हमारे लिए इतना मायने रखता है कि एक हस्ताक्षर के बिना कोई भी कार्य सम्भव नहीं है। चाहें वो भारत के रहने वाले नागरिक हों, सरकारी अफसर हों या मंत्री हों।
बिना हस्ताक्षर के पूरी नहीं होती कोई कागजी कार्रवाई
जैस – अगर हम तहसील, अस्पताल, से कोई प्रमाण-पत्र बनवाते हैं तो बिना तहसीलदार और चिकित्सा अधिकारी के हस्ताक्षर के उस प्रमाण-पत्र को साबित नहीं कर सकते हैं। ऐसा कोई भी विभाग ही क्यों न हो जिसमें हम बिना हस्ताक्षर के कोई भी कार्य न तो करावा सकते हैं, न ही कर सकते हैं। क्योंकि बिना हस्ताक्षर के कोई कागजी कार्रवाई पूरी नहीं होती है।
लोगों को जागरुक करना है उद्देश्य
जब आप इस हस्ताक्षर के महत्व को पढ़ेंगे और समझेंगे तो हो सकता है कि लोगों में बदलाव आए। इस खबर का उद्देश्य लोगों को हस्ताक्षर के प्रति जागरुक करना है।