ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी डिस्काम के कार्यकलापों की समीक्षा की। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अस्थाई कनेक्शन में कई अनियमितताएं मिलीं। जिस पर ऊर्जा मंत्री ने ऐसे सभी कनेक्शनों की जांच कराने के साथ ही वितरण खंडों की टेक्निकल आडिट कराए जाने के भी निर्देश दिए हैं।
टेक्निकल आडिट कराई जाए ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहाकि, उपभोक्ताओं के हित में सभी वितरण खंडों की टेक्निकल आडिट कराई जाए। डिवीजन की तकनीकी ऑडिट में डेटा क्लीनिंग आदि पर ठीक से काम हो। स्टाप बिलिंग जैसी व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए डेटा ठीक किया जाए।
अस्थाई कनेक्शन को शीघ्र स्थाई करें ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज को निर्देश दिए कि अस्थाई कनेक्शन देने में अनियमितताओं की मिल रही शिकायतों को देखते हुए उनकी जांच कराकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें। साथ ही ऐसे कनेक्शन नियमानुसार स्थाई किए जाएं।
लापरवाही पर एजेंसी व डिस्काम की जवाबदेही तय हो समय पर बिल न देने की शिकायतों पर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने नाराजगी जताते हुए कारपोरेशन अध्यक्ष को निर्देश दिए कि उपभोक्ता हित में बिलिंग एजेंसियों से किए गए करार का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। लापरवाही पर एजेंसी व डिस्काम की जवाबदेही तय हो।
उपभोक्ताओं की शिकायतें दूर करें ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहाकि, उपभोक्ताओं की शिकायतों का शत-प्रतिशत निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। लापरवाही पर कार्रवाई की जाए और डिस्काम की भी जवाबदेही तय हो। मंत्री ने कहा कि अब 15 दिसंबर तक लागू एकमुश्त समाधान योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ता ले सकें इसके लिए योजना का प्रचार-प्रसार किया जाए।
बिल देने में लापरवाही कर रहे बिजली कर्मचारी श्रीकांत श्रीकांत शर्मा ने कहाकि, गलत बिल की कई शिकायतें आ रही है। इससे उपभोक्ता परेशान हो रहा है। उपभोक्ता सही बिल मिलने पर समय पर अपना भुगतान करना चाहता है, मगर कर्मचारियों की लापरवाही से उनके पास गलत बिल पहुंच रहा है। इस कमी को शीघ्र दुरुस्त नहीं करने पर कार्रवाई की जाएगी। लापरवाही को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।