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सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा: “अपूरणीय क्षति”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा, “प्रख्यात लोक गायिका, पद्म भूषण डॉ. शारदा सिन्हा जी का निधन अत्यंत दुःखद व संपूर्ण संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अपने उत्कृष्ट पारंपरिक गायन के माध्यम से मैथिली, भोजपुरी और अन्य लोक भाषाओं और लोक संस्कृति की सेवा की और राष्ट्रीय पटल पर सम्मान दिलाया।” उन्होंने कहा कि वह ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिजनों व प्रशंसकों को यह अथाह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।कौन थीं लोक गायिका शारदा सिन्हा?
शारदा सिन्हा, जिन्हें “बिहार कोकिला” के नाम से भी जाना जाता था, का जन्म बिहार के समस्तीपुर जिले में हुआ था। वे मैथिली, भोजपुरी, और मगही लोक गीतों की एक प्रमुख गायिका थीं, जिन्होंने अपने अनूठे गायन शैली से लोक संगीत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी आवाज़ ने उन्हें न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी प्रसिद्धि दिलाई। यह भी पढ़ें
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उन्होंने छठ गीत “काँच ही बाँस के बहँगिया” और अन्य पारंपरिक गीतों से लोगों के दिलों में विशेष जगह बनाई। उनकी गायन शैली में भारतीय परंपरा और संस्कृति की गहरी झलक मिलती थी। शारदा सिन्हा को संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 2018 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था, जो भारत का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह भी पढ़ें