31 मार्च तक 19 दिन रहा अवकाश मार्च तक 13 रविवार की छुट्टियां चली गईं हैं। इसके अलावा जनवरी में 14 को मकर संक्राति, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस, 16 फरवरी में गुरु रविदास और मार्च में होली से सम्बंधित तीन छुट्टियां मिल चुकी हैं। तो इस प्रकार 31 मार्च तक 19 दिन स्कूलों में अवकाश रहा है। अब एक अप्रैल से लेकर 31 दिसम्बर तक कुल 100 दिन स्कूलों में अवकाश रहेगा।
इन पर्व पर नहीं बंद होंगे स्कूल रविवार को पड़ने वाले पर्वों में सबसे पहले नौ जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जन्म तिथि पर अवकाश पड़ा, जिसका नुकसान बच्चों और स्कूली शिक्षकों को उठाना पड़ा। अब अगला रविवार को पड़ने वाला पर्व 10 अप्रैल को रामनवमी, 10 जुलाई को बकरीद, 2 अक्टूबर को गांधी जयंती, 9 अक्टूबर को ईद-ए-मिलाद, बारावफात/ महर्षि बाल्मीकि जयंती, 23 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी, 30 अक्टूबर को छठ पूजा पर्व एवं 25 दिसंबर को क्रिसमस शामिल हैं।
स्कूल में दो दिन का पांच बार होगा अवकाश जहां एक तरफ नुकसान है तो एक तरफ फायदा भी होने वाला है। रविवार के आगे या पीछे पड़ रहे पर्व की वजह से लगातार दो दिन छुट्टी का लाभ भी मिलेगा। इन पर्वों में वसंत पंचमी पांच फरवरी शनिवार पड़ चुकी है, जिसका लाभ मिला। अब आगे बुद्ध पूर्णिमा 16 मई सोमवार, स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त सोमवार, चेहल्लुम व विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर शनिवार, दीपावली 24 अक्टूबर सोमवार, सरदार बल्लभ भाई पटेल जन्मतिथि/आचार्य नरेंद्र देव जयंती 31 अक्टूबर सोमवार शामिल है। अपरिहार्य परिस्थितियों में जिलाधिकारी की ओर से घोषित अवकाश देय होगा।
20 मई से ग्रीष्मावकाश अवकाश होगा स्कूली बच्चों में यह उत्सुकता रहती है कि, स्कूली कब बंद होंगे। या गरर्मियों में स्कूली की छुट्टियां कब पड़ेंगी। तो जान लें कि, वर्ष 2022 में ग्रीष्मावकाश 20 मई से 15 जून तक रहेगा। नई व्यवस्था के अनुसार, ग्रीष्मकाल में मध्यावकाश सुबह 10.30 बजे से 11.00 बजे तक रहेगा।
31 दिसंबर से शीतकालीन अवकाश इसके अलावा शीतकालीन अवकाश 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक घोषित किया गया है। शीतकाल में मध्यावकाश दोपहर 12.00 से 12.30 बजे तक रहेगा। एक अप्रैल से सुबह आठ बजे खुलेगा स्कूल
प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाई के लिए घंटे निर्धारित किए गए हैं। एक अप्रैल से 30 सितंबर तक सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक शिक्षण कार्य किया जाएगा। इसमें आठ से सवा आठ बजे तक प्रार्थना और योगाभ्यास का समय रहेगा।
एक अक्टूबर से सुबह 9 बजे खुलेगा स्कूल एक अक्टूबर से 31 मार्च तक सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक शिक्षण कार्य किया जाएगा। इसमें प्रार्थना सभा और योगाभ्यास का समय सुबह नौ से सवा नौ बजे तक होगा।
महिला शिक्षकों के लिए अवकाश हरितालिका तीज अथवा हरियाली तीज, करवा चौथ, संकठा चतुर्थी एवं हलषष्ठी/ललई छठ, जीउतिया व्रत/अहोई अष्टमी का अवकाश सिर्फ शिक्षिकाओं एवं बालिकाओं के लिए स्वीकृत किया गया है।