सपा मुखिया के प्रिय रहे संजय सेठ सपा से राज्य सभा गये। फिर भाजपा का दामन पकड़ा अब बीजेपी के समर्थन से 11वें उम्मीदवार के रूप में गुरुवार 15 फरवरी को 12 बजे नामांकन करेंगे हैं।10 सीटों पर 11वें प्रत्याशी के लिए मतदान होगा। ऐसे में तब सपा के तीसरे प्रत्याशी रामजी लाल सुमन की सीट फंस सकती है !
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सदन में बीजेपी के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के 13 विधायक है। जबकि निषाद पार्टी के 6 सदस्य हैं। आरएलडी के 9, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 6, राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के 2 और बसपा का एक विधायक है।वहीं यूपी विधानसभा में 4 सीटें खाली हैं। सपा के तीन उम्मीदवारों आलोक रंजन, जया बच्चन और रामजी लाल सुमन ने बुधवार 14 फरवरी को नामांकन दाखिल किया था। राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी है। वहीं मतदान 27 फरवरी को होगा और नतीजे भी उसी दिन घोषित किए जाएंगे। राज्यसभा की हर सीट पर जीत के लिए दोनों पार्टियों को 37-37 मतों की आवश्यकता होगी।
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सिराथू विधायक व अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल और स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा के महासचिव पद से इस्तीफे ने अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी का संकट बढ़ा दिया है। दरअसल पल्लवी पटेल ने यह ऐलान कर दिया है कि वह राज्यसभा चुनाव में सपा के प्रत्याशियों से नाखुश हैं।