पांच लाख वोट और मिल जाते तो यूपी सरकार बना लेती सपा चुनाव 2022 परिणाम के बाद सभी पार्टियां अपने अंदर की कमी आकलन कर रहीं हैं। वोटों की गणित का सीटवार आकलन से यह खुलासा हुआ कि, सपा 77 सीटें 200 से 13000 के अंतर से हारी है। अगर इन सीटों सपा को पांच लाख वोट और मिल जाते तो गठबंधन के सहारे वह 202 के आंकड़े तक पहुंच जाती और यूपी की सरकार बना लेती।
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भाजपा 255 सीट और सपा गठबंधन को 125 सीटें मिलीं उत्तर प्रदेश विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं। 202 सीटें जीतने के बाद कोई भी दल सरकार बना सकता है। भाजपा को 41.03 फीसदी यानी 3,80,51,721 वोट मिला। यह वो जादुई वोट हैं, जिनके सहारे भाजपा 255 सीट पर भगवा फहराने में कामयाब रही है। सपा को कुल वोट 32.06 फीसदी यानी 2,95,43,934 मिले। इससे सपा गठबंधन को 125 सीटें मिली। सत्ता तक पहुंचने के लिए उसे 77 सीटों की और जरूरत थी, लेकिन वहां तक नहीं पहुंच सकी। कई सीटें तो ऐसी थी जहां समाजवादी पार्टी की हार नाम मात्र वोटों से हुई। धामपुर, कुर्सी, बीसलपुर, नकुड़ व कटरा में 200 से 400 वोटों के अंतर पर सपा उम्मीदवार हार गए। यह भी पढ़ें
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वो सीटें जहां सपा 200 से 1000 के बीच हारी – धामपुर 203– कुर्सी 217
– बीसलपुर 307
– नकुड़ 315
– कटरा 357
– शाहगंज 719
– मुरादाबाद नगर 728
– सुल्तानपुर 1009
– मानिकपुर 1048
– छिबरामऊ 1111 वो सीटें जो 1000 से 5000 से हारी
मड़ियाहूं, सीतापुर, बदलापुर, श्रावस्ती, औराई, सलोन, फूलपुर, बिंदकी, अलीगंज, इटावा, बहराइच, जलेसर, मधुबन, जलालाबाद, तिर्वा, भोगांव, मोहम्मदी हैं। 5000 से 10000 के बीच वाली सीटें कोल, महमूदाबाद, मेंहदावल, खागा, बीकापुर, राबर्टसगंज, मिलक, कन्नौज, ज्ञानपुर, दुद्धी, शाहाबाद, गोंडा, नरैनी, मैनपुरी, पीलीभीत, देवबंद, रायबरेली, हस्तिनपुर, सहारनपुर नगर, मलिहाबाद, मेरठ दक्षिण, गोपामऊ, जौनपुर, सिकंदरराव, सांडी, नवाबगंज, चकिया, शाहजहांपुर, करछना, दातागंज, लंभुआ, ददरौला व सिधौली है।
10000 से 13000 वाली सीटें बिसवां, वाराणसी दक्षिण, बरेली कैंट, सैयदराजा, बलरामपुर, बदायूं, धनौरा, भोगनीपुर, पयागपुर, महोली, नानपारा, बारा, खलीलाबाद, धौलाना, अलीगढ़ व आयाशाह है।