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साहिबजादा दिवस का महत्व: साहिबजादा दिवस हर साल 26 दिसंबर को उन दो नन्हे साहिबजादों की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने धर्म और मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। यह दिवस सिख धर्म और भारतीय इतिहास का एक गौरवशाली अध्याय है। मंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि इस आयोजन के जरिए प्रदेशभर में साहिबजादों की शहादत और उनके बलिदान की गाथा को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। यह भी पढ़ें
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बैठक में शामिल गणमान्य: इस बैठक में सूचना निदेशक शिशिर सिंह, अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परवेंदर सिंह, गुरुद्वारा आलमबाग के प्रधान निर्मल सिंह, सुरेंद्र सिंह बक्शी, दिलप्रीत सिंह, लखविंदर सिंह समेत सिख समुदाय के कई प्रमुख सदस्य शामिल हुए। बैठक में आयोजन की व्यवस्थाओं, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और श्रद्धांजलि समारोह की तैयारियों पर चर्चा की गई। प्रदेशभर में मनाया जाएगा साहिबजादा दिवस: औलख ने बताया कि साहिबजादा दिवस न केवल मुख्यमंत्री आवास पर, बल्कि प्रदेश के सभी जिलों में भी मनाया जाएगा। इस दौरान गुरुद्वारों, स्कूलों और सामाजिक संगठनों के माध्यम से साहिबजादों की शहादत को श्रद्धांजलि दी जाएगी। बच्चों और युवाओं के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि वे अपने इतिहास और धर्म की महान गाथा से प्रेरणा ले सकें।
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