इस सीरीज की गाड़ी वाले हो जाएं तैयार-
जिन वाहनों के पंजीयन निलंबित होने हैं, वह यूपी80एई (UP 80 AE)से एआर ((UP 80 AR)) सीरीज के हैं। टीजेड में 15 साल से पुराने वाहनों का संचालन प्रतिबंधित है। निंबलित होने वाले कुल 64486 वाहन हैं। इनमें 57 हजार दोपहिया वाहन हैं, तो 6600 चार पहिया वाहन हैं। आरटीओ विभाग ने इन वाहनों की सूची तैयार कर अगस्त के पहले सप्ताह में ही इनके स्वामियों को नोटिस जारी कर दिया था। इन सभी को टीटीजेड क्षेत्र से बाहर दूसरे जिलों में वाहन ट्रांसफर करने के लिए एक माह का वक्त दिया गया था।
जिन वाहनों के पंजीयन निलंबित होने हैं, वह यूपी80एई (UP 80 AE)से एआर ((UP 80 AR)) सीरीज के हैं। टीजेड में 15 साल से पुराने वाहनों का संचालन प्रतिबंधित है। निंबलित होने वाले कुल 64486 वाहन हैं। इनमें 57 हजार दोपहिया वाहन हैं, तो 6600 चार पहिया वाहन हैं। आरटीओ विभाग ने इन वाहनों की सूची तैयार कर अगस्त के पहले सप्ताह में ही इनके स्वामियों को नोटिस जारी कर दिया था। इन सभी को टीटीजेड क्षेत्र से बाहर दूसरे जिलों में वाहन ट्रांसफर करने के लिए एक माह का वक्त दिया गया था।
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एआरटीओ प्रशासन एके सिंह का कहना है कि पहली सितंबर से इन वाहनों के पंजीयन निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। छह माह बाद अगर निलंबन बना रहता है, तो वाहन के पंजीयन को निरस्त कर दिए जाएंगे। इससे पहले साल 2004 तक पंजीकृत करीब एक लाख वाहनों के पंजीयन को निरस्त किया जा चुका है। 2005 व 2006 के वाहनों के पंजीयन पिछले साल निरस्त किया जाने थे, लेकिन कोरोना के कारण यह नहीं हो सके।
एआरटीओ प्रशासन एके सिंह का कहना है कि पहली सितंबर से इन वाहनों के पंजीयन निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। छह माह बाद अगर निलंबन बना रहता है, तो वाहन के पंजीयन को निरस्त कर दिए जाएंगे। इससे पहले साल 2004 तक पंजीकृत करीब एक लाख वाहनों के पंजीयन को निरस्त किया जा चुका है। 2005 व 2006 के वाहनों के पंजीयन पिछले साल निरस्त किया जाने थे, लेकिन कोरोना के कारण यह नहीं हो सके।