ये भी पढ़ें- ग्रीन से रेड जोन में आया यह जिला! एक साथ आए करीब 100 नए मामले, स्वास्थ्य विभाग की बढ़ी चिंता पत्र में क्या लिखा है – पांच मई को जारी पत्र में लिखा गया था कि राजस्थान परिवहन निगम की बसों द्वारा 17 से 19 अप्रैल के बीच कोटा के छात्रों को यूपी के फतेहपुर सीकरी (आगरा) और झांसी तक पहुंचाया गया था। इसका किराया 36,36,664 रुपए अभी तक नहीं दिया गया है। पत्रा में RTGS के माध्यम से भुगतान करने का आग्रह किया गया है। साथ ही बैंक की डीटेल भी संलग्न हैं।
ये भी पढ़ें- बनारस में कोरोना के 8 नए मरीजों की पुष्टि, दो दिन में ही बढ़े 22 मरीज यूपी परिवहन विभाग के अधिकारियों का यह है कहना-
उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के अधिकारियों की मानें तो छात्रों को लाने के लिए जब यूपी परिवहन निगम की बसें कोटा गई तो 94 बसें कम पड़ गई थी। राजस्थान परिवहन निगम से इन 94 बसों को लिया गया था। इसी के लिए 36 लाख रुपए से ज्यादा का बिल भेजा गया था। उससे पूर्व यूपी परिवहन निगम की 320 बसें कोटा भेजी गई थी। वहां उन्होंने राजस्थान परिवहन निगम से 19.30 लाख का डीजल डलवाया था। उसका भी भुगतान उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने कर दिया था। अधिकारियों के मुताबिक राजस्थान सरकार को पूरा भुगतान दिया जा चुके हैं। अब कोई बकाया नहीं है।
उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के अधिकारियों की मानें तो छात्रों को लाने के लिए जब यूपी परिवहन निगम की बसें कोटा गई तो 94 बसें कम पड़ गई थी। राजस्थान परिवहन निगम से इन 94 बसों को लिया गया था। इसी के लिए 36 लाख रुपए से ज्यादा का बिल भेजा गया था। उससे पूर्व यूपी परिवहन निगम की 320 बसें कोटा भेजी गई थी। वहां उन्होंने राजस्थान परिवहन निगम से 19.30 लाख का डीजल डलवाया था। उसका भी भुगतान उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने कर दिया था। अधिकारियों के मुताबिक राजस्थान सरकार को पूरा भुगतान दिया जा चुके हैं। अब कोई बकाया नहीं है।