परिवार के सदस्यों के नाम पर निवेश का आरोप आरोपी अभियंता ने सीबीआई को बताया कि कमीशनखोरी की रकम परिवार के सदस्यों के नाम पर निवेश की गई है।इसे आरोपियों ने आयकर की धाराओं की आड़ में कानूनी जामा पहनाने की कोशिश की। इससे पहले भी ईडी ने मुकदमे में नामजद अभियुक्तों से कमीशन की रकम और उसके निवेश के बारे में पूछताछ की थी। बता दें कि घोटाले के समय सिंचाई विभाग में अधीक्षण अभियंता रहे रूप सिंह यादव की रिवर फ्रंट परियोजना के संचालन में बड़ी भूमिका थी। बाद में वह मुख्य अभियंता के पद से विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे। इसी तरह राजकुमार यादव विभाग में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत रहते हुए परियोजना की स्वीकृतियों व भुगतान की प्रक्रिया से जुड़े हुए थे।